Red Fort Violence: ASI ने Delhi Police को सिलसिलेवार दी जानकारी, खत में दिया नुकसान का हवाला
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Red Fort Violence: ASI ने Delhi Police को सिलसिलेवार दी जानकारी, खत में दिया नुकसान का हवाला

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) हिंसा की कई एंगल से जांच कर रही है. इस बीच 26 जनवरी की साजिश को लेकर पुरातत्व विभाग (ASI) ने सुपरिंटेंडिंग आर्केलॉजिस्ट (Superintending Archaeologist) दिल्ली सर्कल ने पुलिस को खत लिखकर कार्रवाई की मांग की है. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के जख्म अभी भरे नहीं हैं. दंगाइयों ने जिस तरह दिल्ली को बंधक बनाने के साथ दहलाने की कोशिश की उससे न सिर्फ देश की छवि को नुकसान पहुंचाया गया. वहीं पूरे घटनाक्रम के दौरान यूनेस्कों की विश्व प्रसिद्ध धरोहर में शामिल लाल किले (Red Fort) को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया. दिल्ली की सुरक्षा में तैनात पुलिस और फोर्स को तलवार से निशाना बनाने की कोशिश हुई. तस्वीरों के जरिए जो कुछ घटनाक्रम सामने आया उस पर शर्म आती है. हालांकि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. खौफनाक घटनाक्रम को लेकर पुरातत्व विभाग (ASI) ने सुपरिंटेंडिंग आर्केलॉजिस्ट (Superintending Archaeologist) दिल्ली सर्कल ने पुलिस को 26 जनवरी के दिन लाल किले में हुई हिंसा को लेकर विस्तार से चिठ्ठी लिखते हुए कार्रवाई की मांग की है.   

पढ़िए ASI अधिकारी की चिठ्ठी

स्टेशन हाउस ऑफिसर
पुलिस स्टेशन कोतवाली
दिल्ली

दिनांक - 27 जनवरी 2021.

महोदय,

मैं 26 जनवरी को लालकिले पर हुए नंबर ऑफ सीरीज इंसिडेंट्स पर विस्तृत रिपोर्ट करना चाहता हूं. आप इस बात से भली भांति वाकिफ होंगे कि लाल किले को यूनेस्को की विश्व धरोहर ( UNESCO World Heritage Monument) का दर्जा हासिल है. जो प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल अवशेष अधिनियम, 1958 ( Ancient Monuments and Archaeological sites and remains Act, 1958) के दायरे में आता है. 

गणतंत्र दिवस के दिन जो घटनाक्रम हुए वो इस प्रकार सिलसिलेवार हैं.

1 - करीब 12 बजकर 10 मिनट पर करीब 25 ट्रैक्टर और 200 से 300 प्रदर्शनकारी नेताजी सुभाष मार्ग से ज्ञानपथ एरिया में दाखिल हुए और लाहौरी गेट की तरफ से लालकिले के अंदर दाखिल होने के लिए उन्होंने रास्ता बनाया. उसी दौरान रिपब्लिक डे सेलेब्रेशन खत्म होने के बाद सीआईएसएफ कमांडेंट रेड फोर्ट यूनिट और कन्वर्सेशन असिस्टेंट, एएसआई रेड फोर्ट एरिया, राजपथ से आने वाली झाकियों को रिसीव करने में व्यस्त थे.
 
2 - इस ग्रुप की कोशिशों को दिल्ली पुलिस और CISF ने न्यूट्रिलाइज्ड कर दिया था. लाहौरी गेट के तीनों द्वारों को बन्द करके लॉक कर दिया गया और ह्यूमन बैरियर्स को भी लॉक्ड गेट के सामने खड़ा किया गया.

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3 - इसके तुरंत बाद लाहौरी गेट से एंट्री करने के लिए प्रोटेस्टर्स ने दो से तीन प्रयास और किए लेकिन लेकिन उन्हें कामयाब नही होने दिया गया.

4 - इसके बाद दोपहर 1 बजे करीब सुभाष मार्ग से बड़ी संख्या में प्रोटेस्टर्स लालकिले की तरफ बढ़ने लगे. इन प्रोटेस्टर्स को मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर्स पर सवार लोग लीड कर रहे थे. इस ग्रुप ने भी लाहौरी गेट के बाद मॉब को ज्वाइन कर लिया, और फिर ये जबरदस्ती अंदर दाखिस होने की कोशिश करने लगे.

5 - कुछ सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में भीड़ ने टिकट काउंटर, डोर फ्रेम, मेटल डिटेक्टर, बैगेज स्कैनर को डैमेज करना शुरू कर दिया और पूरे टिकट काउंटर काम्प्लेक्स को तबाह कर दिया.

6 - इसके बाद भीड़ लाहौरी गेट के एंट्रेंस पर पहुंची. लाहौरी गेट का पूरा दरवाजा बड़ी आयरन रॉड और साथ मे लोहे की मजबूत चेन से लॉक था. मॉब इसी आयरन रॉड पर चढ़कर अंदर की तरफ कूद गई और अपने साथ ले जाए गए आयरन टूल्स से उन्होंने उस चेन को तोड़ दिया.

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7 - भीड़ को रोक पाना संभव नही था, सुरक्षा कर्मी मॉब को नहीं हटा पा रहे थे, इनमें ज्यादातर भीड़ के पास हथियार थे. इस दौरान उन्होंने अंदर का दरवाजा भी तोड़ दिया.

8 - इसके बाद प्रोटेस्टर्स ने इम्युनेशन लाइट्स की फिटिंग तोड़ी और उस तरफ पत्थर बाजी की.

9 - CISF ने ट्रैक्टर्स को रोकने के लिए एक बस खड़ी की थी भीड़ ने उसे भी डैमेज कर दिया और तीन ट्रैक्टर लाल किले में दाखिल होने में कामयाब हो गए.

10 - इसके बाद बड़ी संख्या में भीड़ रेम्पार्ट की तरफ भागी और जबर्दस्ती एक झंडा उस पोल पर फहराया जिस पर प्रधानमंत्री 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को तिरंगा फहराते हैं.

11 - इसके बाद भीड़ को किले की दीवार की तरफ चार्ज्ड किया गया, यहां इलेक्ट्रिकल केबल के जरिए और साथ लाई रस्सियों से वो ऊपर चढ़ने लगे.

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12 - दीवार पर चढ़ने के बाद करीब दो से तीन लोगों ने पोल पर दो झंडे लगाए, इसी दौरान सात में से दो छोटे बुर्ज (domes) निकाल लिए गए.

13 - इसके बाद भीड़ नीचे आई और उनमें से कुछ लोग नौबत खाना की ओर गए. वहीं दूसरे ग्रुप ने इंटरप्रिटेशन की ओर का रुख किया और फर्स्ट फ्लोर के पैनल को डैमेज करना शुरू कर दिया.

14 - शाम 5 बजे के आसपास पूरी मॉब को लाल किला परिसर से बाहर कर दिया गया.

15 - इसके बाद पाया गया कि दीप सिंधु, इकबाल सिंह, जुगराज सिंह और अन्य लोग जो अवैध भीड़ का हिस्सा थे. जिनकी वजह से लाल किले पर 26 जनवरी को ये सब नुकसान पहुंचाया गया.

ASI की प्रॉपर्टी जो डैमेज की गई -

1- दो छोटे बुर्ज हटाए गए वहीं 90cm×60cm का एक छज्जा ( below and seven domes) और रेलिंग को भी नुकसान पहुंचाया गया. 

2-  इलेक्ट्रिकल लाइट्स एंड फिटिंग्स

3 - टिकट काउंटर पूरी तरह तबाह हो गया.

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उपरोक्त घटा सारा घटनाक्रम Provisions of the Ancient Monuments and Archaeological Sites and remains act 1958,under section 30(I) and (iii) एक्ट के तहत उलंघन है. जो इंडियन पैनल कोड 1860 के कई प्रोविजन के उल्लंघन के दायरे में आता है. वहीं तोड़फोड़ की फोटोग्राफ्स, साइट प्लान जो तोड़फोड़ की लगभग सारी डिटेल्स साथ मे अटैच है.

आपसे अनुरोध है आप इस शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर कानून के हिसाब से यथा उचित कार्रवाई करें. 

धन्यवाद

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