बेल्लारी लोकसभा सीट: इस सीट पर सोनिया ने सुषमा को दी थी पटखनी, क्या चौथी बार जीतेगी बीजेपी?
Advertisement

बेल्लारी लोकसभा सीट: इस सीट पर सोनिया ने सुषमा को दी थी पटखनी, क्या चौथी बार जीतेगी बीजेपी?

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) के तीसरे चरण में 23 अप्रैल को कर्नाटक के बेल्लारी लोकसभा सीट पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ. 

.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) के तीसरे चरण में 23 अप्रैल को कर्नाटक की बेल्लारी लोकसभा सीट पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ. इस बार बेल्लारी लोसभा सीट पर 69.62 % जबकि पूरे कर्नाटक में 68.15 फीसदी मतदान हुआ. बेल्लारी लोकसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से वीएस उगरप्पा, बीजेपी की तरफ से वाय देवेद्रप्पा और बसपा की तरफ से के गुलप्पा सहित कई लोग चुनाव मैदान में है. एक जमाने में यहां से सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव जीती थीं. जहां उनका मुकाबला सुषमा स्वराज से था. कर्नाटक की बेल्लारी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर 2014 में बीजेपी का कब्जा था लेकिन 2018 के उपचुनाव में यह सीट फिर से कांग्रेस के खाते में आ गई है.

साल 2014 में बीजेपी ने जीता था चुनाव 
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से रेड्डी बंधुओं के करीब और बीजेपी के प्रत्याशी श्रीरामुलु ने चुनाव जीता था. उन्होंने कांग्रेस के एन वाई हनुमनथापा को 85 हजार वोटों से हराया था. इस चुनाव में करीब 70 फीसदी वोट पड़े थे. नतीजों में जेडीएस और आम आदमी पार्टी जैसे दल 2 फीसदी से भी कम वोट हासिल कर पाए थे.

लोकसभा चुनाव जीतने के बाद श्रीरामुलु ने बीते साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चित्रदुर्ग सीट से चुनाव जीता और बेल्लारी की लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव कराए गए.

कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है बेल्लारी सीट 
बेल्लारी लोकसभा सीट वैसे तो कांग्रेस का गढ़ रही है और यहां हुए 18 लोकसभा चुनावों में 15 बार कांग्रेस का परचम लहराया है जबकि बीते डेढ़ दशक में 3 बार बीजेपी को यहां जीत का स्वाद चखने को मिला. यह सीट पहले मद्रास और फिर मैसूर स्टेट में हुआ करती थी लेकिन 1977 के बाद से यह कर्नाटक हिस्सा है. साल 1999 में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यहां से चुनाव लड़ा था और 56 हजार वोटों के अंतर से बीजेपी उम्मीदवार सुषमा स्वराज को शिकस्त दी थी. 

2004 में पहली बार खिला कमल 
इसके बाद पहली बार साल 2004 में इस सीट पर बीजेपी का कमल खिला और 2018 तक लगातार यहां से बीजेपी जीतती रही. बीते साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस के वीएस उगरप्पा ने बीजेपी के कद्दावर नेता और रेड्डी बंधुओं के करीबी श्रीरामुलु की बहन जे शांता को यहां से शिकस्त दी थी.

आपको बता दें कि कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीटें हैं जिनमें से 15 सीटें बीजेपी के पास हैं. इसके अलावा राज्य की 10 सीटों पर कांग्रेस और 2 सीटों पर जेडीएस का कब्जा है. कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार है.

Trending news