वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) के इस आर्टिकल में लिखा है कि भारत की मदद के बिना अमेरिका चीन से मुकाबला नहीं कर सकता है. WSJ ने लिखा है कि साल 2014 और 2019 में लगातार दो जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी साल 2024 में होने वाले चुनाव में भी लगातार तीसरी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है.
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देश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अमेरिकी मीडिया ने जमकर तारीफ की है. अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बीजेपी को दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी बताया है. जर्नल में लिखा गया है कि 2014, 2019 में बंपर जीत के बाद, 2024 में बीजेपी फिर से बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है. जर्नल में कहा गया है कि आने वाले समय में बीजेपी तेजी से भारत में अपना दबदबा बनाएगी.
जर्नल में छपे इस आर्टिकल के मुताबिक अमेरिकी नजरिए से भी बीजेपी सबसे महत्वपूर्ण विदेशी पार्टी है, लेकिन इसे कम समझा गया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने लिखा है कि साल 2014 और 2019 में लगातार दो जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी साल 2024 में होने वाले चुनाव में भी लगातार तीसरी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है. साथ ही ये भी लिखा है कि इस समय भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है.
अमेरिका भारत के बिना चीन का मुकाबला नहीं कर सकता
WSJ के इस आर्टिकल में लिखा है कि भारत की मदद के बिना अमेरिका चीन से मुकाबला नहीं कर सकता है. आर्टिकल के छपने के बाद BJP नेता अरुण सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का लगातार बढ़ रही है और पूरी दुनिया पीएम मोदी व बीजेपी की नीतियों की तारीफ कर रही है.
43 वर्षों में बीजेपी का कैसे-कैसे विस्तार हुआ, उसे आप इन आंकड़ों से समझ सकते हैं...
- वर्ष 1981 में बीजेपी के पास पूरे देश में सिर्फ 148 विधायक थे, लेकिन आज इनकी संख्या 1296 है.
- 1984 में बीजेपी के पास सिर्फ दो सांसद थे, लेकिन आज उसके पास 303 सांसद हैं.
- 1984 के लोक सभा चुनाव में बीजेपी को 1.89 करोड़ वोट मिले थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उसे 22.89 करोड़ वोट मिले थे.
- आज बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. बीजेपी के पास 17 करोड़ से ज्यादा कार्यकर्ता हैं. जबकि चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के पास 9.14 करोड़ कार्यकर्ता हैं.
16 वर्षों में बन गई सबसे बड़ी पार्टी
जिस पार्टी को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दुनिया की सबसे अहम राजनीतिक पार्टी बताया है, वो वही पार्टी है जिसकी स्थापना 6 अप्रैल 1980 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल-कृष्ण आडवाणी ने मिलकर किया था. हालांकि, बीजेपी एक विचारधारा के रूप में वर्ष 1951 में ही अस्तित्व में आ गई थी. उस समय राष्ट्रवाद की विचारधारा पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जन संघ की स्थापना की थी.
बीजेपी ने अपना पहला लोकसभा चुनाव वर्ष 1984 में लड़ा था और तब उसे केवल 2 सीटों पर जीत मिली थी. ये बीजेपी के लिए बड़ी हार थी, क्योंकि उसने 224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. हालांकि, इसके बाद बीजेपी ने जमीनी स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने का काम किया और अपनी स्थापना के केवल 16 वर्षों में वो देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई.
13 दिन चली पहली सरकार
वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव में उसे 161 सीटों पर जीत मिली थी और वो देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई थी. उस समय बीजेपी ने गठबन्धन सरकार का गठन किया था, जो सिर्फ 13 दिनों तक सत्ता में रही थी.
इसके बाद वर्ष 1998 के लोक सभा चुनाव में बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली और कई दलों के साथ मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA बनाया. लेकिन तब जयललिता की पार्टी AIADMK ने बीजेपी से अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिससे ये सरकार भी 13 महीनों में गिर गई थी. हालांकि, इन 13 महीनों में बीजेपी भारत के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई. यही वो समय था जब भारत ने पोखरण में परमाणु परिक्षण किया था.
1999 में मिली बंपर जीत
1999 में जब फिर से लोकसभा चुनाव हुए, तब बीजेपी ने 183 सीटों पर जीत हासिल की और ये सरकार आजाद भारत के इतिहास में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी. ये वही दौर था, जब भारत ने कारगिल में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ा और विजय हासिल की.
इस दौर में बीजेपी के पास अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे बड़े नेता थे. लेकिन फिर 2014 के लोक सभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने और इन चुनावों में बीजेपी को 282 सीटों पर जीत मिली. बीजेपी को उसके इतिहास में पहली बार बहुमत हासिल हुआ. इसके बाद 2019 के लोक सभा चुनाव में भी बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत का परचम लहराया.