Buxar में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, जान बचाकर भागे
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Buxar में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, जान बचाकर भागे

Bihar के बक्सर जिले के चौसा में बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. चौसा के बनारपुर पहुंचे अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ लोगों को गुस्सा फूट गया.

Buxar में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, जान बचाकर भागे

Ashwini Kumar Choubey: बिहार के बक्सर जिले के चौसा में बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. चौसा के बनारपुर पहुंचे अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ लोगों को गुस्सा फूट गया. उन्होंने अश्विनी चौबे मुर्दाबाद के नारे लगाए. अश्विनी कुमार चौबे सुरक्षाकर्मियों के घेरे में जान बचाकर भागे. अश्विनी चौबे थर्मल पावर प्लाट पर आगजनी के बाद किसानों से बात करने बनारपुर गांव पहुंचे थे. उन्होंने कुछ देर किसानों से बातचीत भी की. लेकिन यहां भीड़ उग्र हो गई. बता दें कि अश्विनी चौबे बक्सर से सांसद हैं.

बक्सर पहुंचे अश्विनी चौबे ने कहा, वीडियो (बक्सर लाठीचार्ज की घटना) को वायरल हुए 24 घंटे से अधिक हो गए हैं, फिर भी नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का कहना है कि उन्हें इस घटना के बारे में पता नहीं है. वे झूठे हैं. किसानों पर झूठे मुकदमे क्यों ठोके गए? किसानों पर लाठियां बरसाईं तो हम चुप नहीं बैठेंगे.

क्या है पूरा विवाद?

बक्सर जिले के चौसा में थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिए अधिग्रहित भूमि के एवज में मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस की झड़प हुई थी, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. पुलिसकर्मियों ने बुधवार रात कथित तौर पर किसानों के घरों में घुसकर उनकी पिटाई की, जिसके बाद आक्रोशित लोगों एक पुलिस वैन को भी आग लगा दी और कई अन्य वाहनों के साथ एक बिजली संयंत्र में तोड़फोड़ की और आगजनी की. बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान चौसा में निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के परिसर में घुस गए और संबंधित अधिकारियों द्वारा अधिग्रहित अपनी भूमि के बदले मुआवजे की मांग करने लगे. बयान के मुताबिक लोगों ने चौसा के अंचल अधिकारी के साथ भी मारपीट की.

इस संबंध में अंचल अधिकारी की शिकायत पर पुलिस कर्मियों ने छापेमारी की और उन किसानों को गिरफ्तार किया जिन्होंने लोक सेवक के साथ कथित तौर पर मारपीट की थी. बयान के मुताबिक लगभग एक हजार किसान बुधवार को फिर से बिजली संयंत्र के पास और स्थानीय पुलिस थाना के सामने एकत्र हुए.  किसान अचानक उग्र हो गए और थाने पर हमला कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन में आग लगा दी और कई अन्य वाहनों के साथ बिजली संयंत्र में भी तोड़फोड़ की.

अधिकारियों के मुताबिक पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां चलाईं. इसके बाद हुई झड़प में लगभग दस पुलिसकर्मियों को चोटें आईं जबकि दो पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है. पुलिस ने अब स्थिति पूरी तरह से काबू पा लिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और आगे की जांच जारी है.

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