JDU vs BJP: जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मंगलवार को इस संबंध में एक ट्वीट करते हुए सुशील कुमार मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, आप अभी तक छात्र राजनीति से बाहर नहीं निकल पाए हैं. सुना है आपका डिमोशन होने वाला है और आप फिर प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले हैं.
Trending Photos
Bihar Political War: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी एक बार फिर से बिहार प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे. यह दावा भाजपा के पूर्व सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने किया है. बिहार में सत्ताधारी जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह का दावा है कि सुशील कुमार मोदी का डिमोशन होने जा रहा है और वह एक बार फिर से बिहार भाजपा के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं.
ट्वीट करके सुशील मोदी को घेरा
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ‘आपके बयान पर आधारित एक प्रकाशित खबर में देखा कि नीतीश जी को सोनिया गांधी जी मिलने के बाद छोड़ने आईं या नहीं, उनके साथ फोटो शेयर किया या नहीं. लगता है आज तक आप छात्र नेता से राजनेता बन ही नहीं पाए. खैर, हम लोग तो चाहते थे कि तिरस्कृत के बजाय आपका कुछ प्रमोशन हो जाए, लेकिन सुन रहे हैं कि आपकी पदावनति (डिमोशन) हो रही है, फिर से आपको प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा रहा है जो कि आप 15 साल पहले थे. वाकई आप दया के ही पात्र हैं.
.@SushilModi जी,
आपकी खबर मैंने देखी, जिसमें आप बता रहे हैं कि नीतीश जी को सोनिया गांधी जी छोड़ने आयीं या नहीं, .....................सुन रहें हैं कि आपकी पदावनति हो रही है, फिर से आपको प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा रहा है। जो कि आप 15 साल पहले थे। वाकई आप दया के ही पात्र हैं...! pic.twitter.com/wGj4gzGk1E
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) September 27, 2022
सुशील मोदी ने नीतीशी, लालू और सोनिया की मीटिंग पर उठाए थे सवाल
बता दें कि सोमवार को सुशील मोदी ने कहा था कि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश का ऐसा तिरस्कार किया कि इन दोनों को राष्ट्रीय राजनीति में अपनी औकात समझ में आ गई होगी. झेंप मिटाने के लिए लालू-नीतीश ने हवा में उठे हाथ मिलाते हुए अपनी तस्वीर जारी की. सुशील मोदी ने कहा था कि सोनिया गांधी ने दोनों को मात्र 20 मिनट में निपटा कर कमरे से बाहर कर दिया, न इनके साथ फोटो खिंचवाई, यही नहीं इन्हें दरवाजे तक आकर विदा करने के लायक भी नहीं समझा.