Bihar Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए राजपूत जाति के सबसे अधिक 6 कैंडिडेट हैं. जबाकि, दूसरे नंबर पर यादव बिरादरी के प्रत्याशी हैं. जातीय आधार पर देखें तीसरे नंबर पर भूमिहार और ब्राह्मण जाति को मौका मिला है. जिन्हें 2-2 सीटें पर उतारा गया है. वहीं, रविशंकर प्रसाद अकेले कायस्थ बिरादरी से बीजेपी के लोकसभा कैंडिडेट हैं.
Trending Photos
Bihar Lok Sabha Election 2024: बीजेपी ने बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने चुनावी रणबांकुरों को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है. सभी को विजय दिलाने के लिए जाति का सियासी समीकरण में सेट कर दिया है. अब इन बीजेपी के रणबांकुरों को केवल सरकार की उपलब्धियों को बताना है और जीतकर संसद पहुंचना है. पार्टी इनसे इतनी ही कर रही है. दरअसल, बिहार में बीजेपी लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, और इसके लिए हर जाति के प्रत्याशी को करीब-करीब मौका दिया है. हालांकि, बीजेपी की लिस्ट में 17 में 11 कैंडिडेट सवर्ण समाज के हैं. बिहार में इतने ज्यादा प्रत्याशी किसी भी पार्टी ने इस समाज ने नहीं बनाया है. दूसरे नंबर पर ओबीसी को रखा है. लेकिन, पहले नंबर पर राजपूत, दूसरे नंबर यादव और तीसरे नंबर भूमिहार और ब्राह्मण जाति के प्रत्याशी हैं.
राजपूत जाति के सबसे अधिक 6 कैंडिडेट
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए राजपूत जाति के सबसे अधिक 6 कैंडिडेट हैं. जबाकि, दूसरे नंबर पर यादव बिरादरी के प्रत्याशी हैं. जातीय आधार पर देखें तीसरे नंबर पर भूमिहार और ब्राह्मण जाति को मौका मिला है. जिन्हें 2-2 सीटें पर उतारा गया है. वहीं, रविशंकर प्रसाद अकेले कायस्थ बिरादरी से बीजेपी के लोकसभा कैंडिडेट हैं. संजय जायसवाल वैश्य समाज से हैं. वैश्य समाज को केवल एक सीट पर प्रतिनिधित्व दिया गया है.
सवर्ण समाज से इन लोगों को मिला मौका
बक्सर से मिथिलेश तिवारी, नवादा से विवेक ठाकुर, पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद, औरंगाबाद से सुशील कुमार सिंह, बेगूसराय से गिरिराज सिंह, आरा से आरके सिंह, महाराजगंज से जनार्दन सिग्रीवाल, सारण से राजीव प्रताप रूडी, अररिया से प्रदीप कुमार सिंह, दरभंगा से गोपालजी ठाकुर और पूर्वी चंपारण से राधा मोहन सिंह बीजेपी के कैंडिडेट हैं. खैर, बीजेपी ने बिहार में जातीय समीकरण के साथ-साथ कैंडिडेट की योग्यता और क्षमता को तरजीह दी है.
यह भी पढ़ें:BJP ने सवर्णों तो JDU ने OBC पर लगाया दांव, PM मोदी-CM नीतीश ने रचा जातीय चक्रव्यूह
यादवों को दूसरे नंबर पर रखने की वजह, जानिए
वहीं, सासाराम सुरक्षित क्षेत्र से किसी अनुसूचित जाति के नेता को ही प्रत्याशी बनाया. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की तरह प्रयोग किया, और यादवों को दूसरे नंबर पर रखा है. माना जा रहा है कि इसकी वजह मध्य प्रदेश के सीएम डा. मोहन यादव को लेकर जो यादव कार्ड खेला वही बना था. बिहार में नित्यानंद राय,अशोक यादव और रामकृपाल यादव को दोबार से मौका दिया गया है.