स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इस योजना के तहत अब तक बिहार में 70 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है और अब तक तीन लाख लोगों का करीब 300 करोड़ का मुफ्त इलाज किया जा चुका है.
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Patna: केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाई गई आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) को 23 सितंबर 2021 के दिन तीन साल पूरे हो गए. इसी क्रम में बुधवार के दिन सरकारी या निजी अस्पतालों में 5 लाख तक मुफ्त इलाज की गांरटी देने वाली इस योजना पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया.
मंगल पांडेय ने लॉन्च की नई App
वहीं, कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार (Bihar Government) के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने समीक्षा के नाम से एक और नया ऐप लॉन्च किया है, जिसका एकमात्र मकसद स्वास्थ्य सेवाओं की तयशुदा गारंटी मिल सकना है.
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क्या है आयुष्मान भारत योजना
गौरतलब है कि 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) द्वारा आयुष्मान भारत नाम से एक योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों खासकर बीपीएल (BPL) धारक को हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) स्कीम मुहैया कराना है. इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है.
स्वास्थ्य मंत्री ने किए बड़े दावे
इधर, योजना के तीन साल पूरे होने पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बड़े दावे किए हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इस योजना के तहत अब तक बिहार में 70 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है और अब तक तीन लाख लोगों का करीब 300 करोड़ का मुफ्त इलाज किया जा चुका है.
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वसुधा केंद्र के जरिए बनाए जा रहे कार्ड
विभाग का कहना है कि बिहार में 1 करोड़ 8 लाख परिवार, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों से 1 करोड़ 29 लाख जबकि ग्रामीम इलाकों से 8 लाख 65 हजार से अधिक परिवार शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के मुताबिक, वसुधा केंद्र के जरिए भी मुफ्त में आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है.
बहरहाल भारत में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं अब भी लोगों की जद से बाहर हैं. ऐसे में अगर मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल (Tata Memorial Hospital) जैसे अस्पतालों में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त हो रहा है, लिहाजा ये योजना बेहतर कही जा सकती है.