Bank Strike Today: बैंकों की हड़ताल से 80 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित! ग्राहक परेशान
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Bank Strike Today: बैंकों की हड़ताल से 80 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित! ग्राहक परेशान

Bank Strike Today: बिहार के कैमूर जिले में 1000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी बैंक हड़ताल पर हैं. बैंक कर्मियों के हड़ताल के बाद ATM भी धड़ल्ले से खाली होने लगे और दोपहर बाद लोगों को कैश की किल्लत से जूझना पड़ा.

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटनाः Bank Strike Today: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बुलावे पर बैंक कर्मी दो दिन की हड़ताल (Bank Strike) पर हैं. गुरुवार को यह हड़ताल (Bank Hadtal) शुरू हो गई और इसी के साथ नुकसान के आंकड़े भी सामने आने लगे. जानकारी के मुताबिक, हड़ताल के कारण 80 करोड़ से अधिक रुपये का व्यवसाय प्रतिदिन प्रभावित होगा. बैंक कर्मियों के साथ साथ ऑल इंडिया रिटायरिंग फेडरेशन भी इनकी मांगों के साथ खड़ी है. अगर सरकार इनकी मांगों को नही मानती है तो आगे भी उनका आंदोलन जारी रहेगा .

  1. दो दिन की हड़ताल पर हैं बैंक कर्मी
  2. बैंक बंद रहने से करोड़ों रुपये का करोबार हुआ प्रभावित

कैमूर में 1000 से अधिक कर्मी हड़ताल पर

इसके अलावा बैंक के ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. कैमूर जिले में 1000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी बैंक हड़ताल पर हैं. बैंक कर्मियों के हड़ताल के बाद ATM भी धड़ल्ले से खाली होने लगे और दोपहर बाद लोगों को कैश की किल्लत से जूझना पड़ा. इससे ग्राहकों की परेशानी और बढ़ गई. हड़ताल (Bank Hadtal) के दौरान बैंक कर्मियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए.

निजीकरण की हो रही है खिलाफत

इस मामले में एक पदेन अफसर ने बताया कि यह हड़ताल (Bank Strike) सरकार की जनविरोधी बैंकिंग एवं आर्थिक नीतियों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजी करण और उनमें विनिवेश के सरकार के फैसलों के विरोध में है. इसके अलावा आम जनता किसानों लघु बचतकर्ताओं, पेंशनभोगीयों, छोटे एवं मध्यम आकार के उद्यमियों व्यापारियों और कर्मचारियों के रूप में 95% जनता के हितों की रक्षा के लिए भी यह आवाज उठाई जा रही है. अगर सरकार की निजीकरण की नीति नहीं बदलती है तो हम लोगों का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.

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लोगों को उठानी पड़ी परेशानी

बैंक की इस हड़ताल के कारण, बीमार लोगों, व्यापारियों, बुजुर्गों और अन्य जरूरी कार्यों के लिए बैंक पहुंचे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. लोगों ने कहा बैंकों ने अचानक हड़ताल की और कोई नोटिस भी नहीं कहीं चिपकाया, इसलिए अधिक तकलीफ का सामना करना पड़ा. लोगों ने कहा कि बैंक भले ही बंद रखें लेकिन, एटीएम तो कम से कम खुला रखे, जिससे लोगों की छोटी-मोटी जरूरत पूरी हो सके.

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