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Muzaffarpur: बिहार के रोहतास जिले में एक पुल के बेचे जाने का मामला सुर्खियों में था, इसी बीच अब मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में एक पंचायत भवन को तोड़कर बेच देने का मामला सामने आया है. इस मामले में हालांकि मुखिया और पंचायत सचिव को अब स्पष्टीकरण पूछा गया है.
सामग्री बेच देने का मामला का आया सामना
बताया जा रहा है कि औराई पंचायत में पंचायत भवन निर्माण का कार्य करीब 15 वर्ष पूर्व शुरू हुआ था, लेकिन उसका काम पूरा नहीं हो सका था. कहा जा रहा है कि निमार्णाधीन होने के कारण इसका कोई उपयोग भी नहीं हो पा रहा था. अब उसी भवन को बिना नीलामी के तोड़कर ईंट सहित अन्य सामग्री बेच देने का मामला सामने आया है.
मुखिया और पंचायत सचिव पर लगा आरोप
भवन से निकले सभी सामग्रियों को बेचने का आरोप मुखिया और पंचायत सचिव पर लगाया गया है. इस मामले के प्रकाश में घटना आने के बाद प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी गिरिजेश नंदन ने मुखिया और पंचायत सचिव को नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है.
नोटिस में कहा गया है कि बिना नीलामी के सरकारी भवन को निजी तौर पर तोड़ना व बेचना वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है. उन्होंने शिकायत मिलने पर खुद स्थल जांच किया जिसमें पाया गया कि बिना नीलामी के पंचायत भवन को तोड़कर बेच दिया गया है.
इधर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुषमा कुमारी ने कहा कि इसकी जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि बिना नीलामी के सरकारी भवन को तोड़ा जाना अवैध है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर संबंधित मुखिया से भी बातचीत की गई है. उन्होंने कहा कि प्रखंड से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है, उसके आधार पर दोषी लोगों के खिलाफ कारवाई की जाएगी.
पंचायत के मुखिया उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि औराई पंचायत भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में था. कहीं भी बैठने की जगह नहीं थी. उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अन्य प्रखंड के अधिकारियों की सहमति से भवन तोड़ा गया है. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि उसी जगह सामुदायिक भवन बनाया जाएगा. यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है .
(इनपुट: आईएएनएस)
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