तेजस्वी का नीतीश पर वार, कहा- पहले अपराधी गोली मारकर भाग जाते थे और अब देखने जाते हैं
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तेजस्वी का नीतीश पर वार, कहा- पहले अपराधी गोली मारकर भाग जाते थे और अब देखने जाते हैं

तेजस्वी ने कहा कि जब मुख्यमंत्री का अपने खूनी विधायकों और मंत्रियों पर नियंत्रण नहीं है तो अपराधियों, आपराधिक प्रवृत्ति वाली बिहार पुलिस और शराब माफिया पर कहां से नियंत्रण होगा? जहरीली शराब से विगत 15 दिनों में 65 से अधिक लोगों की मौत हुई है.

तेजस्वी का नीतीश पर वार, कहा- पहले अपराधी गोली मारकर भाग जाते थे और अब देखने जाते हैं

Patna: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी (Tejashwi Yadav) यादव ने बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधते कहा कि 16 साल सत्ता में रहने के बाद भी नीतीश कुमार को यह बात समझ नहीं आई कि लोकतंत्र में जनता अपनी सेवा, सुरक्षा और विकास कार्यों के लिए सरकार चुनती है, हर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए सत्ता सुख भोगने के लिए नहीं. नीतीश कुमार जी को राजद (RJD) शासनकाल और उनके 15 वर्षों के अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए. इससे उनके भ्रम दूर होने के साथ-साथ मन, दिल और दिमाग के कपाट खुल जाएंगे.  

गृहमंत्री के पास मेरे सवालों का जवाब नहीं
तेजस्वी ने आगे कहा कि मैंने अनेक बार विधानसभा में सबूत सहित आंकड़े पेश किए हैं, लेकिन सीएम (CM) ने कभी भी गृहमंत्री के नाते मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया. क्योंकि उनके पास जवाब है ही नहीं. पूर्णिया (Purnia) में नवनिर्वाचित जिला पार्षद के पति रिंटू सिंह (Rintu Singh) की नीतीश सरकार की मंत्री के भतीजे ने खुलेआम हत्या करवा दी पर नीतीश कुमार हरकत में आने की बजाय कान में तेल डालकर दूसरी ओर देखने का ढोंग कर रहे हैं. 

सरकार में बैठे लोगों ने करवाई हत्या 
नेता प्रतिपक्ष (Opposition Leader) ने आगे कहा कि विश्वजीत उर्फ रिंटू सिंह पुलिस को मंत्री लेशी सिंह (Leshi Singh) और उनके भतीजे से अपने जान के खतरे को लेकर लिखित रूप में आवेदन दे चुके थे. पर नीतीश कुमार की पुलिस ने न तो FIR दर्ज किया और न ही उन्हें सुरक्षा प्रदान की. वहीं, मधुबनी (Madhubani) के पत्रकार व RTI एक्टिविस्ट अविनाश झा (Avinash Jha) की भी दो दिनों लापता रहने के बाद संदिग्ध हालत में लाश मिली है. सभी का मानना है कि अस्पताल माफिया के विरुद्ध आवाज उठाने पर सरकार में बैठे लोगों ने उनकी हत्या करवाई है. 

रसूखदार और सत्ता के करीबी भी सुरक्षित नहीं
4 दिन पहले शिवहर में बिहार के पूर्व मंत्री रघुनाथ झा (Raghunath Jha) के भतीजे नवीन झा की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. यहां जब रसूखदार और सत्ता के करीबी सुरक्षित नहीं हैं तो सरकार की नीतियों का विरोध करने वाले और आम आदमी कहां से सुरक्षित रहेंगे? चंद दिनों पूर्व मोतिहारी (Motihari) में पुलिस कस्टडी में एक छात्रा की मौत हुई, जबकि जेडीयू (JDU) पुलिस के पास कोई जवाब नहीं. छठ पूजा (Chhath Puja) के दिन मुख्यमंत्री के आंगन नालंदा में 23 वर्षीय युवती के साथ गैंग रेप किया गया. 

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हिस्ट्रीशीटर विधायक को संरक्षण दे रही सरकार 
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र पांडे (Amrendre Pandey) उर्फ पप्पू पांडे (Pappu Pandey) अपने भाई और भतीजे के साथ मिलकर सौ से अधिक हत्याएं करवा चुका है. हाल ही में गोपालगंज (Gopalganj) ट्रिपल मर्डर (Tripple Murder) कांड और रामाश्रय कुशवाहा हत्याकांड खास चर्चा में रहे पर नीतीश सरकार (Nitish Government) ने बड़ी बेशर्मी और निर्दयता से वहां भी अपने हिस्ट्रीशीटर विधायक को संरक्षण दिए हुए हैं. मधुबनी हत्याकांड कौन भूल सकता है जब कथित रूप से विनोद नारायण झा और रावण सेना के गुर्गों ने मिलकर होली के दिन एक ही परिवार के पांच लोगों की काट-काटकर और फिर गोली चलाते हुए हत्या कर दी. 

विगत एक वर्ष में वैश्य समाज के 500 से अधिक व्यवसायियों की हत्या
तेजस्वी यादव ने कहा कि पटना (Patna) के गुप्ता ब्रदर्स (Gupta Brothers) के अपहरण की बात तो पटना की ही है. लापता गुप्ता बंधुओं की कहीं कोई खबर नहीं है. विगत एक वर्ष में वैश्य समाज के 500 से अधिक व्यवसायियों की हत्या हुई है. जब मुख्यमंत्री का अपने खूनी विधायकों और मंत्रियों पर नियंत्रण नहीं है तो अपराधियों, आपराधिक प्रवृत्ति वाली बिहार पुलिस और शराब माफिया पर कहां से नियंत्रण होगा? जहरीली शराब से विगत 15 दिनों में 65 से अधिक लोगों की मौत हुई है. 

बिहार पुलिस और सरकार में बैठे लोग पर निशाना 
तेजस्वी ने कहा कि जिस 'गड़बड़ लोग' की नीतीश कुमार बात करते रहते हैं वो सब के सब तो उनकी पार्टी, सरकार, गठबंधन और प्रशासन में ही बैठे हैं और जिस 'गड़बड़ चीज' की नीतीश कुमार बात करते हैं उसको बढ़ावा देनेवाली, उससे कमानेवाली तो उन्हीं के नीचे काम करनेवाली बिहार पुलिस (Bihar Police), उनकी सरकार में बैठे लोग, उनके पार्टी और गठबंधन के नेता हैं. 

शराब बंद है तब होम डिलीवरी कैसे
थाना के लोग शराब (Liquor) की तस्करी करवा रहे हैं, सभी जानते हैं. शराब बंद है तब होम डिलीवरी कैसे हो रही है. शराबबंदी पर नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक को तेजश्वी ने भिक्षा बैठक करार दिया. आगे कहा कि पुलिस कमाने में लगी है और अपराधी बेखौफ हो रहे हैं. पहले अपराधी गोली मारकर भाग जाते थे और अब गोली मारकर देखने जाते हैं. यही अंतर आ गया है नीतीश कुमार के शासन में.

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