बिहार में कोरोना के बाद 'वायरल फीवर' ने डराया, बच्चों के साथ बड़े भी बीमारी से सहमें
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बिहार में कोरोना के बाद 'वायरल फीवर' ने डराया, बच्चों के साथ बड़े भी बीमारी से सहमें

डॉक्टर ने कहा, 'वायरल का प्रकोप इतना है कि अगर पिछले साल की तुलना करें तो इस साल मरीजों की संख्या में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. मैं मरीजों के परिजनों से अपील करूंगा कि बच्चे की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.'

बिहार में तेजी से पांव पसार रहा है वायरल फीवर. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Nalanda: पटना के ग्रामीण इलाके में भी वायरल फीवर का प्रकोप अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. इस बीमारी की चपेट में अब तक कई बच्चे आ चुके हैं. बीमारी के कारण बच्चों में तेज बुखार, खांसी, कफ जैसी शिकायतें नजर आ रही है.  विशेषज्ञों की मानें तो, मौसम में अचानक बदलाव भी इसका प्रमुख कारण है.

  1. पिछले साल की तुलना इस वर्ष 50 प्रतिशत केस में हुआ इजाफा.
  2. 15 से 20 दिनों में तेजी से बड़े वायरल फीवर के मामले.

तेजी से फैल रहा है Viral Fever
वायरल फीवर से बीमार बच्चों को देख रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एचएन ठाकुर ने बताया, 'वायरल फीवर' (Viral Fever) का प्रकोप पिछले 15-20 दिनों से काफी तेजी से बढ़ रहा है. डॉक्टर ने बताया कि हमारे जो बीमार बच्चे आ रहे हैं उनमें से 90 से 92 प्रतिशत वायरल फीवर, सर्दी, खांसी और बुखार से ग्रसित हैं. 15 से 20 दिनों में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, मगर अभी तक कोई कैजुअल्टी नहीं है. जिसका मुख्य कारण लोगों में तत्परता है .'

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पिछले साल की तुलना 50 प्रतिशत मरीजों में हुआ इजाफा
डॉक्टर ने कहा, 'वायरल का प्रकोप इतना है कि अगर पिछले साल की तुलना करें तो इस साल मरीजों की संख्या में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. मैं मरीजों के परिजनों से अपील करूंगा कि बच्चे की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें. साथ ही, बच्चों में इस तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श लें.'

माता-पिता में बीमारी को लेकर समाया डर
वहीं, अपने बीमार बच्चे का इलाज कराने पहुंचे बच्चे के परिजनों ने बताया कि अचानक कुछ दिनों से वायरल फीवर का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है. अधिकांश घरों में बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण दिख रहे हैं. हम लोग डॉक्टर के यहां बच्चों को लेकर आए हैं जहां बच्चे का इलाज करा रहे हैं, लेकिन बुखार कभी काफी तेजी से बढ़ जाता है तो कभी कम हो जाता है. ऐसे में बच्चों को लेकर हम लोगों में डर बना रहता है. इसी वजह से हम लोग सुबह से शाम तक डॉक्टर के क्लीनिक में रहते हैं, क्योंकि पटना के ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों में किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं है. 

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बच्चों हीं नहीं, बड़ों में भी फैली रही बीमारी
इधर, जब वायरल फीवर की तैयारियों के बारे में दानापुर के बिहटा रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि वायरल फीवर का प्रकोप सिर्फ बच्चों में ही नहीं बड़ों में भी काफी तेजी से बढ़ रही है. बड़ों का इलाज तो बिहटा में हो रहा है, लेकिन बच्चों के इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर कर दिया जाता है.

(इनपुट-इश्तियाक)

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