राजधानी पटना में पशु-तस्करी की घटना सामने आई है. हालांकि, गौरक्षा समिति और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को नाकाम कर दिया. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने यहां एक ट्रक से बड़ी संख्या में गौवंश बरामद किया है.
Trending Photos
Patna Cow Smuggling: बिहार में इन दिनों पशु तस्करों का आतंक काफी देखने को मिल रहा है. 14 अगस्त को पशु तस्करों ने समस्तीपुर के मोहनपुर थाना अध्यक्ष नंद किशोर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना से पुलिस-प्रशासन परेशान है, तो वहीं अपराधियों के हौंसले और बढ़े हैं. अब राजधानी पटना में पशु-तस्करी की घटना सामने आई है. हालांकि, गौरक्षा समिति और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को नाकाम कर दिया. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने यहां एक ट्रक से बड़ी संख्या में गौवंश बरामद किया है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खौफ से तस्कर ट्रक छोड़कर भागने में कामयाब रहे.
ये घटना पटना सिटी के अगमकुआं थाना क्षेत्र के जीरोमाइल के पास की है. बताया जा रहा है कि यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि एक ट्रक में बड़ी संख्या में गौवंश लेकर जाए जा रहे हैं. इस सूचना पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना उस ट्रक का पीछा किया. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा ट्रक का पीछा किए जाने पर पशु तस्कर ट्रक को छोड़कर फरार हो गए. उस ट्रक से 65 गौवंश पशुओं को बरामद किया गया है.
ये भी पढ़ें- Samastipur: शहीद SHO नंद किशोर यादव का अंतिम संस्कार आज, पशु तस्करों ने मुठभेड़ में मारी थी गोली
बरामद किए गए पशुओं को दीदारगंज में स्थित श्री कृष्ण गौशाला में भेजा दिया गया है. यहां बीमार पशुओं का इलाज किया जाएगा. बताया जा रहा है कि जहानाबाद इलाके से आवारा गौवंश को पकड़कर इसे मुजफ्फरपुर बूचड़खाने ले जाया जा रहा था. वहीं पुलिस ने कंटेनर को जप्त करके आगे की कानूनी करवाई शुरू कर दी है. बता दें कि 14 अगस्त को समस्तीपुर में इसी तरह की एक घटना में मोहनपुर थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव को अपराधियों ने गोली मार दी थी, जिसमें वो शहीद हो गए.
ये भी पढ़ें- Bihar: बिहार में भ्रष्टाचार का नया नमूना! ₹63 लाख में बनी सड़क सूखे पापड़ की तरह उखड़ी, आलाधिकारी मौन
इसके अलावा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कुछ दिन पहले औरंगाबाद में एक दूध वाहन को पकड़ा था. इस वाहन का गौ तस्करी के लिए इस्तेमाल किए जा रहा था. वाहन से करीब 2 दर्जन से अधिक संख्या में गायों को मुक्त कराया गया था. जिन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया था. उस वक्त भी पुलिस ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी.