Darbhanga News: छात्रों ने प्रिंसिपल पर कई आरोप लगाए. उनका कहना है कि प्रिंसिपल अक्सर थर्ड क्लास बिहारी कहकर हमारा अपमान करता है. उधर कॉलेज के प्रिंसिपल ने छात्रों के सभी आरोपों को खारिज किया.
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Darbhanga News: दरभंगा इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों ने कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं को लेकर गुरुवार (19 अक्टूबर) को कैम्पस में जमकर प्रदर्शन किया. हाथो में बैनर पोस्टर लिए छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रिंसिपल को हटाने की मांग की. इस दौरान छात्रों ने प्रिंसिपल पर कई आरोप लगाए. उनका कहना है कि प्रिंसिपल अक्सर थर्ड क्लास बिहारी कहकर हमारा अपमान करता है. उधर कॉलेज के प्रिंसिपल ने छात्रों के सभी आरोपों को खारिज किया.
छात्रों के प्रदर्शन को देखते कॉलेज प्रशासन ने पुलिस से मदद मांगी. जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल कॉलेज पहुंचा. खुद SDPO अमित कुमार माइक पर प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाते रहे, लेकिन छात्र प्रिंसिपल को हटाए जाने की मांग पर अड़े रहे. इसके बाद दरभंगा SDPO और SDO ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्रों का गुस्सा थोड़ा कम हुआ. SDPO अमित कुमार ने बताया कि छात्रों की कुछ मांगे बिल्कुल जायज हैं.
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कॉलेज की छात्रा कुमारी भावना ने बताया कि जब कॉलेज में पढ़ने-पढ़ाने लायक मूलभूत सुविधा नहीं होगी तो भला यहां पढ़ाई कैसे कर सकते हैं. कॉलेज में बिजली-पानी तक की समस्या है. फैकेल्टी की कमी के कारण एक ही क्लास में 70 छात्रों को ठूस दिया जाता है. प्रिंसिपल कहते हैं बिहारी में कोइ स्किल नहीं होता. प्रिंसिपल अक्सर स्किललेस बिहारी कह प्रताड़ित करते हैं. एक अन्य छात्रा भावना ने कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाया जाए, तभी कॉलेज का वातावरण सुधरेगा और छात्रो को मूलभूत सुविधा मिल पायेगी.
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मौके पर पहुंचे सदर SDPO अमित कुमार ने भी माना कि छात्रों की कुछ मांगे बिल्कुल जायज हैं. यहां कई तरह की मूलभूत सुविधाओं का आभाव साफ दिखाई दे रहा है. इसे कॉलेज प्रशासन को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि छात्रों का आरोप है कि प्रिंसिपल बिहारी शब्द बोलकर छात्रों को अपमानित और प्रताड़ित करते हैं, अगर ऐसा बोला गया है तो यह बेहद आपत्तिजनक है. हालांकि इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है. वे लोग सभी तरह की समस्याओं से अपने उच्च अधिकारी को पहुंचा देंगे, ताकि छात्रों की समस्याओं का निदान हो सके.