Diwali 2020: इस बार बेगूसराय में गोबर के सुंदर दीये से होंगे घर आंगन रोशन, जानें क्या है इसमें खास
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Diwali 2020: इस बार बेगूसराय में गोबर के सुंदर दीये से होंगे घर आंगन रोशन, जानें क्या है इसमें खास

बेगूसराय में युवा दीप बना रहे हैं. यहां पर राकेश नामक युवक ने एक अनोखी पहल शुरू की है. युवक के द्वारा गाय के गोबर से दीये बनाए गए हैं. जो कि आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 

(फाइल फोटो)

Begusarai: देश भर में दिवाली के त्योहार की तैयारियां जोरों से चल रही हैं. दिवाली इस साल 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. दिवाली के मौके पर बाजारों की चका चौंध देखने को मिल रही है. वहीं, बिहार के बेगूसराय में युवा दीप बना रहे हैं. यहां पर राकेश नामक युवक ने एक अनोखी पहल शुरू की है. युवक के द्वारा गाय के गोबर से दीये बनाए गए हैं. जो कि आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 

40 प्रकार की चीजों का किया निर्माण
दरअसल, बेगूसराय के रजौड़ा सिकंदरपुर के रहने वाले राकेश ने गाय के गोबर से दीये बनाने की शुरूआत की है. राकेश के द्वारा गाय के गोबर से 40 प्रकार की चीजों का निर्माण किया गया है. उन्होंने गोबर से ना केवल सब्जी उगाई है बल्कि प्राकृतिक रूप से गमले भी तैयार किए हैं. उनके द्वारा कई प्रकार की चीजों का निर्माण किया गया है. साथ ही गोबर से रंग बिरंगे और स्टाइलिश दीये तैयार किए हैं. उन्होंने जानकारी दी कि इस दीयों में न केवल घी और तेल डालकर बत्ती जलेगी बल्कि रोशनी के साथ सुंगधित महक भी आएगी. साथ ही घी या फिर तेल खत्म होने के बाद पूरा दीया जलकर समाप्त हो जाएगा. यह दीये सुंदर होने के साथ-साथ वातावरण के लिए भी बहुत अच्छे हैं.

नौकरी छोड़ शुरू किया था दीया बनाने का काम
पिछले 8 दिनों से राकेश अपने परिवार और आस पड़ोस की महिलाओं के साथ मिलकर लगातार दीये बना रहे हैं. राकेश द्वारा बनाए गए दीयों ने बाजारों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. यह दीयों की खूबसूरती, उसका प्राकृतिक, सुगंधित और सस्ते होने के साथ आधुनिक फैक्ट्री में बनाए जाने वाले दीयों की तरह आकर्षित डिजाइन में तैयार किए गए है. राकेश ने बताया कि दीयों के साथ-साथ गोबर से वह मोबाइल स्टैंड, राधा कृष्ण की प्रतिमा, श्री राम, हरे कृष्णा, ऊं और स्वास्तिक का स्टीकर, पूजा के लिए आसन, बच्चों की पढ़ाई के लिए अल्फाबेट टेबल, महिलाओं के लिए उबटन, दंतमंजन आदि चीजों की भी निर्माण करते हैं. एनटीपीसी में साल 2017 में 18 से 20 हजार महीने की प्राइवेट नौकरी छोड़ कर, उन्होंने गोबर से सामान बनाने का काम शुरू कर दिया था. हालांकि उनकी आय फिलहाल उतनी नहीं है,लेकिन राकेश को उम्मीद है कि वह अपने इस काम से जल्द ही समृद्धि पा लेंगे. 

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