बेगूसराय में गंडक नदी के ऊपर बना पुल उद्घाटन होने से पहले ही गिर गया है. वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे पदाधिकारियों को जांच में घालमेल का आरोप लगाते हुए मौके से खदेड़ दिया.
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बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जो ना सिर्फ सरकारी तंत्र पर भ्रष्टाचार का मुहर लगा रही है, बल्कि आम लोगों के लिए अब परेशानी का सबब बन चुकी है. इसी दौरान पटना से जांच करने आए पदाधिकारियों के सामने लोगों ने जमकर हंगामा किया. आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे पदाधिकारियों को जांच में घालमेल का आरोप लगाते हुए मौके से खदेड़ दिया.
स्थानीय लोगों के लिए काफी महत्व रखता था पुल
उसी दौरान काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. हंगामा देख मौके पर पटना से पहुंचे नावार्ड के नोडल पदाधिकारी कृष्ण मोहन सहित अन्य विभागीय पदाधिकारी भागने लगे. लोगो ने आरोप लगाया कि पदाधिकारियों के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. जबकि गिरा हुआ पुल स्थानीय लोगों के लिए बहुत महत्व रखता था और गनीमत थी कि सुबह के समय हादसे के वक्त पुल पर कोई व्यक्ति नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था.
नाव के सहारे आर-पार जाने को लोग मजबूर
बताते चलें कि साहेबपुर कमाल प्रखंड के विष्णुपुर आहोक के समीप गंडक नदी पर बना पुल आज सुबह एकाएक टूटकर नदी में विलीन हो गया. गौरतलब है कि विष्णुपुर आहोक और साहेबपुर कमाल को जोड़ने वाला यह अकेला पुल था. साथ ही साथ इस पूल के सहारे बेगूसराय जिले के बखरी, गढ़पुरा और मुंगेर जिले के कुछ इलाकों के साथ-साथ खगरिया जिले के लोग भी आवागमन करते थे. अब यहां के आम लोग एक बार फिर नाव के सहारे आर पार करने को विवश हो रहे हैं.
14 करोड़ में बना था पुल
दरअसल, शाहेबपुर कमाल प्रखंड के समीप विष्णुपुर आहोक गंडक घाट पर बना पुल आज ध्वस्त हो गया. मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन 206 फुट लंबे और 8 फुट चौड़े इस पुल को बनाने मे 14 करोड़ खर्च किए गए थे.
इनपुट-
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