मनी लॉन्ड्रिंग केस: मीसा-शैलेंद्र के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर कोर्ट आज ले सकता है संज्ञान
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मनी लॉन्ड्रिंग केस: मीसा-शैलेंद्र के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर कोर्ट आज ले सकता है संज्ञान

मीसा भारती और उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने 8 हजार करोड़ के काले धन को सफेद किया है.

मीसा भारती और उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने 8 हजार करोड़ के काले धन को सफेद किया है. फाइल फोटो

नई दिल्‍ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेष कुमार के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में शनिवार को सुनवाई होगी. पिछली सुनवाई में ईडी ने मीसा भारती और उनके पति शैलेष के खिलाफ नई सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी. कोर्ट आज सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान ले सकता है. दरअसल, मीसा भारती और उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने 8 हजार करोड़ के काले धन को सफेद किया है. 

मीसा और शैलेष के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहले ही दिल्ली स्थित एक फॉर्म हाउस को जब्त किया जा चुका है. कोर्ट ने इस मामले की जांच ईडी को सौंपी था. मीसा और उनके पति पर ये भी आरोप है कि उन्होंने कारोबारी सुरेंद्र जैन और वीरेंद्र जैन की कंपनी के साथ मिलकर काले धन को सफेद किया है. 

यह है पूरा मामला
यह मामला 8,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. साल 2018 में इस मामले पर सुनवाई हुई थी. तब केस की सुनवाई के दौरान सीबीआई के विशेष जज अरविंद कुमार ने एक और आरोपी संतोष झा के खिलाफ पेशी का वारंट जारी किया था. चार जून 2018 को भी इस मामले की सुनवाई हुई थी. मीसा भारती और उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने आठ हजार करोड़ के काले धन को सफेद किया है.

 

आरोप है कि मीसा और उनके पति ने बिजनेसमैन सुरेंद्र जैन और विरेंद्र जैन की कंपनी के साथ मिलकर काले धन को सफेद किया है. मामले में बिजनेसमैन की भी पेशी हो चुकी है.इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मीसा भारती के दिल्ली स्थित एक फॉर्म हाउस को जब्त भी किया था.ईडी ने कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच ईडी द्वारा ही की जा रही है. 

लालू एंड फेमली पर IRCTC घोटाले का भी चल रहा है मामला
IRCTC द्वारा रांची और पुरी में चलाए जाने वाले दो होटलों की देखरेख का काम सुजाता होटल्स नाम की कंपनी को देने से जुड़ा है. विनय और विजय कोचर इस कंपनी के मालिक हैं. इसके बदले में कथित तौर पर लालू को पटना में बेनामी संपत्ति के रूप में तीन एकड़ जमीन मिली. एफआईआर में कहा गया था कि लालू ने निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया.

इसके बदले में उन्हें एक बेनामी कंपनी डिलाइट मार्केटिंग की ओर से बेशकीमती जमीन मिली. सुजाता होटल को ठेका मिलने के बाद 2010 और 2014 के बीच डिलाइट मार्केटिंग कंपनी का मालिकाना हक सरला गुप्ता से राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के पास आ गया. हालांकि इस दौरान लालू रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके थे.