मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर पहुंची युवतियां, लगाई न्याय की गुहार
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मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर पहुंची युवतियां, लगाई न्याय की गुहार

बाल मजदूरी मुक्ति संस्थान ने मानव तस्करों के द्वारा दिल्ली में बेची गई एक नाबालिग सहित दो युवती को मुक्त कराया है. इन दोनों युवतियों को  गुमला पहुंचा दिया गया है. 

मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर पहुंची युवतियां (फाइल फोटो)

Gumla: बाल मजदूरी मुक्ति संस्थान ने मानव तस्करों के द्वारा दिल्ली में बेची गई एक नाबालिग सहित दो युवती को मुक्त कराया है. इन दोनों युवतियों को  गुमला पहुंचा दिया गया है, जिसके बाद दोनों युवतियों ने राहत की सांस ली है. दोनों युवतियों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है

पीड़िता ने बयान की कहानी 

बताया जा रहा है कि तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर लाग गई एक युवती लोहरदगा जिले की है, तो दूसरी युवती गुमला के डुमरी प्रखंड की है. इस मामले को लेकर पहली पीड़िता बताया कि 11 मई 2019 को वो अपने दीदी के घर जरियो गई थी. इसी दौरान एक युवक ने जबरन नशीली दवा का खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने क बाद आरोपी ने उसे दिल्ली स्थित एक प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया. जहां से उसे एक घर में काम पर लगा दिया गया. वहां नौ महीने तक काम करने के बाद भी उसे एक पैसा नहीं मिला. वहां भी मालिक के बेटे ने उसके साथ रेप किया. 

पीड़ित ने आगे बताया कि,वो किसी तरह भागकर सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुंची और अपने घर पहुंची. दूसरी पीड़ित ने बताया कि छह साल पहले रांची में एक घर में काम पर लगा दिया गया. जहां से उसे कैलाश कॉलोनी दिल्ली पहुंचा दिया गया. वहां उसने एक घर में दो साल तक काम किया, लेकिन उसे एक भी पैसा नहीं मिला. इसके बाद उसने  रजौरी गार्डन के पास भी एक मकान में दो साल तक काम किया. जहां से उसे न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी  में संचालित एक कोठे के हवाले कर दिया गया, जहां कोठे के संचालक ने उसके साथ दुष्कर्म किया. इसी बीच एक दिन मौका देखकर युवती वहां से फरार हो गई

फिलहाल दोनों युवती गुमला पहुंचकर राहत की सांस ले रही हैं. दोनों चाहती हैं उन्हें उनके काम का पैसा मिला और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये. इसको लेकर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. 

 

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