पुलिस ने उसकी पत्नी चांदमुनी को भी गिरफ्तार किया है. उसका संबंध भी नक्सली संगठन से है. वह माओवादियों के अनुषंगी संगठन नारी मुक्ति संघ की अध्यक्ष रही है. नंदलाल इसी थाना क्षेत्र के जोनरबेड़ा-खुखरा का रहनेवाला है.
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रांची: भाकपा माओवादी नक्सलियों के खिलाफ अभियान में झारखंड पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है. गिरिडीह, धनबाद, बोकारो और संथाल परगना इलाके की पुलिस के लिए लंबे समय से मोस्ट वांटेड 25 लाख के इनामी नक्सली नंदलाल मांझी उर्फ हितेश को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वह माओवादियों के संगठन की सर्वोच्च बॉडी स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) का सदस्य है. पुलिस ने उसकी पत्नी चांदमुनी को भी गिरफ्तार किया है. उसका संबंध भी नक्सली संगठन से है. वह माओवादियों के अनुषंगी संगठन नारी मुक्ति संघ की अध्यक्ष रही है. बताया जा रहा है कि इन दोनों की गिरफ्तारी गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाने की पुलिस के एक ऑपरेशन के दौरान हरलाडीह गांव से हुई है.
नंदलाल इसी थाना क्षेत्र के जोनरबेड़ा-खुखरा का रहनेवाला है. नक्सली संगठन में उसका ऑपरेशन एरिया मुख्य तौर पर संथाल परगना रहा है. दुमका, गोड्डा, देवघर, पाकुड़ जिलों में उसके खिलाफ हत्या, लेवी वसूली, पुलिस पर हमला, सरकारी भवनों को विस्फोट के जरिए उड़ाने व अन्य अपराध के दो दर्जन से भी ज्यादा मामले दर्ज बताये जाते हैं.
नक्सली संगठन में उसे विजय दा, पवित्र दा, हितेश दा नाम से भी जाना जाता है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने कुछ दिनों से पीरटांड़ इलाके में शरण ले रखा था. गिरिडीह पुलिस भी उसके खिलाफ दर्ज मामलों की फाइलें खंगाल रही है.
इसके पहले वह पुलिस सर्च और मुठभेड़ की कई घटनाओं में बच निकलने में कामयाब रहा है. 26 दिसंबर 2020 को गिरिडीह के मंजीरा जंगल में पुलिस ऑपरेशन के दौरान तीन बड़े नक्सली गिरफ्तार किए गए थे, लेकिन नंदलाल उर्फ हितेश अपने साथियों कृष्णा, दानियल, टेकलाल और जयराम के साथ भागने में सफल रहा था.
(आईएएनएस)