जीतनराम मांझी ने तेजस्वी से की शराबबंदी समाप्त करने की मांग, बोले- यूपी-झारखंड चले जाते हैं पर्यटक
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जीतनराम मांझी ने तेजस्वी से की शराबबंदी समाप्त करने की मांग, बोले- यूपी-झारखंड चले जाते हैं पर्यटक

Bihar News: ज्ञान की तपोभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में कोरोना महामारी के दो सालों के बाद तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव कार्यक्रम का आगाज किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी सहित कई नेता और अधिकार शामिल हुए.

जीतनराम मांझी ने तेजस्वी से की शराबबंदी समाप्त करने की मांग, बोले- यूपी-झारखंड चले जाते हैं पर्यटक

बोधगया:Bihar News: ज्ञान की तपोभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में कोरोना महामारी के दो सालों के बाद तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव कार्यक्रम का आगाज किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी सहित कई नेता और अधिकार शामिल हुए. वहीं इस मौके पर जीतनराम मांझी ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी काननू को खत्म करने की मांग की. अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी हटने से राज्य के पर्यटन में 10 गुना बढ़ोतरी होगी. बोधगया को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल सिर्फ कहने से नहीं, बल्कि विदेशी मेहमानों को खाने-पीने के चीजों की व्यवस्था करने से अंतरराष्ट्रीय स्थल कहलाएगा.

यूपी-झारखंड चले जाते हैं पर्यटक

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश के लोग बोधगया आते तो लेकिन पर्यटक यहां रुक ही नहीं रहे हैं, थोड़ी देर यहां घूमकर सीधे बनारस या पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग चले जा रहे हैं. जिसके चलते राजस्व काफी नुकसान हो रहा है. बाहर के पर्यटक जब राज्य में रुकेंगे ही नहीं तो विदेशी मुद्रा से राजस्व कैसे बढ़ेगा? मांझी ने कहा कि सीएम नीतीश जी से हम अंदर-अंदर ही शराबबंदी को खत्म करने के लिए मांग करेंगे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जी से भी कह रहे हैं शराबबंदी को समाप्त करने के लिए उन्हें कहे.

डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ

बौद्ध महोत्सव का शुभारंभ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने दीप जलाकर किया. तीन दिनों तक चलने वाले इस बौद्ध महोत्सव में सूफी गायक कैलाश खेर भी अपनी प्रस्तुति देंगे. उनके आगमन को लेकर बोधगया और गया के लोगों के में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाने के लिए दूर दूर से बोधगदया आ रहे हैं.बता दें कि कोरोना महामारी के कारण दो वर्ष बाद बौद्ध महोत्सव मनाया जा रहा है. कोरोना की वजह से पिछले जो सालों से महोत्सव नहीं मनाया जा रहा था, लेकिन अब कोरोना जैसी समस्या का खतरा टल गया है.

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