Bihar Niyojit Shikshak: बीजेपी एमएलसी ने कहा कि हमारे द्वारा किए गए आंदोलन के बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षक बहाली का फैसला लिया और नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी देने का फैसला लिया. हमारा आगे भी प्रयास रहेगा कि मुख्यमंत्री से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाए.
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Bihar Niyojit Shikshak: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी तक अपना फ्लोर टेस्ट भी पास नहीं किया है और एनडीए सरकार में अभी से खटपट के संकेत मिलने लगे हैं. नियोजित शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा को लेकर बीजेपी एमएलसी जीवन कुमार ने मुख्यमंत्री के इस फैसले का विरोध किया है और सरकार से इस पर फिर से विचार करने की अपील की है. जीवन कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा में 3 बार के बाद हटाए जाने का प्रावधान गलत है. सरकार को इसपर विचार करना चाहिए. हमारे सभी शिक्षक योग्य हैं.
बीजेपी एमएलसी ने कहा कि हमारे द्वारा किए गए आंदोलन के बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षक बहाली का फैसला लिया और नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी देने का फैसला लिया. हमारा आगे भी प्रयास रहेगा कि मुख्यमंत्री से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाए. उन्होंने इसके लिए सीएम नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जरूरी है लेकिन इस तरीके के फैसले पर भी विचार होना चाहिए.
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बता दें कि बिहार में नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक के तौर पर नियुक्ति के लिए होने वाली परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है. यह परीक्षा 4 बार आयोजित की जाएगी और प्रत्येक शिक्षक को तीन परीक्षाओं में किसी एक में पास करना होगा. नियोजित शिक्षकों की पहली सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी को आयोजित की जाएगी. इन शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के लिए 3 अवसर मिलेंगे. राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए नियोजित शिक्षकों का इस परीक्षा में बैठना अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं, इस परीक्षा के तीन प्रयासों में भी उत्तीर्ण नहीं होने वाले शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी और उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा.
रिर्पोट- सनी