खनन पट्टा लेने पर CM हेमंत के बचाव में उतरी JMM,कहा-नहीं छीनी जा सकती है विधानसभा की सदस्यता
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खनन पट्टा लेने पर CM हेमंत के बचाव में उतरी JMM,कहा-नहीं छीनी जा सकती है विधानसभा की सदस्यता

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने खनन मंत्री रहते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अपने नाम से खनन पट्टा लेने के मामले में आज दावा किया कि यह उच्चतम न्यायालय के अनेक फैसलों के आधार पर लाभ के पद के दायरे में नहीं आता है लिहाजा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायकी नहीं छीनी जा सकती है और इस सबके बावजूद यदि

(फाइल फोटो)

Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने खनन मंत्री रहते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अपने नाम से खनन पट्टा लेने के मामले में आज दावा किया कि यह उच्चतम न्यायालय के अनेक फैसलों के आधार पर लाभ के पद के दायरे में नहीं आता है लिहाजा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायकी नहीं छीनी जा सकती है और इस सबके बावजूद यदि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता हुई तो इसके बारे में महागठबंधन के नेता मिलकर फैसला करेंगे. 

'नहीं छीनी जा सकती विधायकी'

झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यहां पार्टी कार्यालय पर पार्टी विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह दावा किया कि सर्वोच्च न्यायालय के अनेक फैसले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पक्ष में हैं जिनके मद्देनजर खनन पट्टा अपने नाम करवाने के बावजूद हेमंत सोरेन की विधायकी नहीं छीनी जा सकती.

शीर्ष न्यायालय की संविधान पीठ के एक फैसले का किया उल्लेख

 सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस सिलसिले में 1964 के शीर्ष न्यायालय की संविधान पीठ के एक फैसले का उल्लेख किया जिसमें उनके अनुसार सीवीके राव बनाम देन्तू भास्कर राव मामले में अदालत ने स्पष्ट किया है कि खनन पट्टे का आवंटन मात्र किसी वस्तु की आपूर्ति के ठेके के समान नहीं है. सुप्रियो ने कहा कि जब तक किसी खनन पट्टे से खनिज पदार्थ का खनन कर किसी ठेके के तहत उसकी बिक्री न की जाये यह मामला लाभ के पद के दायरे में नहीं आता है. 

भाजपा कर रही है सरकार अस्थिर करने की कोशिश

झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अशोक गांगुली की भी राय ली गयी है और उनका कहना है कि यह लाभ के पद का मामला नहीं बनता है. खनन पट्टा मामले को बेवजह तूल देने का भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लोकप्रिय सरकार बनी है उसी दिन से भाजपा राज्य सरकार को अस्थिर करने में लगी है.

सोनू ने कहा कि विगत दिनों जो भ्रम की स्थिति पैदा हुई और जो अफवाहें फैलाई गई वह सरासर गलत है क्योंकि ऐसे मामलों में शीर्ष न्यायालय कानूनी स्थिति स्पष्ट कर चुका है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 में भी उच्च्तम न्यायालय ने फिर एक मामले में कहा कि खनन पट्टा ऑफिस ऑफ प्रॉफिट में नहीं आता है. सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि चुनाव आयोग से भी उनके नेता हेमंत सोरेन ने कोई तथ्य नहीं छुपाया और उन्होंने चुनाव के समय अपने हलफनामे में बताया था कि उनके पास खनन पट्टा है जिसका नवीनीकरण होना है. 

संवाददाता सम्मेलन में झामुमो के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने दावा किया कि इस मामले में कोई निर्णय करने से पूर्व निर्वाचन आयोग को हमारा पक्ष भी सुनना चाहिए. झामुमो नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में मेनहर्ट, टॉफी घोटाला सहित कई कारनामे किये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बाबूलाल मरांडी भी स्वयंभू जज बने हुए हैं. मरांडी के मुंह से 2006 तक नैतिकता की बात अच्छी लगती थी पर अब भाजपा विरोधी वोट से जीतकर भाजपा में जा मिले उनके मुंह से ये बातें शोभा नहीं देतीं.

(इनपुट: भाषा)

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