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गोड्डाः गोड्डा के सांसद निशिकांच दुबे द्वारा झारखंड सरकार को लेकर किए गए ट्वीट और लगातार दिए जा रहे बयान ने सियासत का तापमान बढ़ा दिया है. निशिकांत दुबे के बयान पर सरकार के मंत्री और झामुमो और अन्य गठबंधन के दलों के नेताओं ने हमला बोलना शुरू कर दिया है. इसको लेकर निशिकांत दुबे की तरफ से भी स्थिति स्पष्ट कर दी गई है.
निशिकांत दुबे ने इसको लेकर कहा कि पिछले दो ढाई साल से जो चीजें चल रही हैं वह बहुत मार्मिक हैं. सेकुलरिज्म के नाम पर सरकार बनती है और राज्य में भ्रष्टाचार की घटनाऔं में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे में भ्रष्टाचार के खिलाफ भूचाल जरूर आएगा और जब भूचाल आएगा तो राज्य स्थिर हो जाएगा और काम करने वाले नेता और ब्यूरोक्रेट स्पष्ट हो जाएंगे कि गलत करेंगे तो सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा.
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निशिकांत दुबे ने आगे कहा भूचाल जब आता है तो पेड़ पौधे सब उजड़ते हैं. हालांकि भूचाल हमेशा नेगेटिव चीजें लेकर नहीं आता, कुछ परेशानी भी लोगों को ज़रूर होती है लेकिन उन दुर्घटनाओं के बाद जब चीजें बनती हैं तो चीजें बेहतर होती है. जैसे केदारनाथ में बड़ा हादसा हुआ हजारों लोगों की मौत हुई उसके बाद जो केदारनाथ बना वह मिसाल है.
पूरे मंत्रिमंडल को ईडी बुलाएगी ट्वीट के क्या मतलब? के जवाब में निशिकांत ने कहा यहां लोगों को लगता है ईडी सिर्फ इंडिविजुअल लोगों पर कार्रवाई करेगी मंत्रीमंडल का सामूहिक विचार होगा तो उस पर कुछ नहीं हो सकता यह गलत ट्रेंड है. इस सरकार में शराब की नीति तीन बार बदली, अवैध बालू का कारोबार लगातार चल रहा है जबकि पिछले दो ढाई साल से टेंडर नहीं हुआ है, आखिर बालू की क्या नीति है, इंडस्ट्री नीति में क्या कुछ तय कर दिया गया कि सब अपनों को प्लॉट दिया गया. माइनिंग के मामले में भी भाई रिश्तेदार और अधिकारियों को लीज दिया. आखिर कौन सी पॉलिसी थी. यह सब पूछताछ के दायरे में आएंगे पहली बार ऐसा होगा कि मुख्यमंत्री ने सब से पूछ कर पॉलिसी बनाई है यह जबरदस्ती की बात है.
सरयू राय के बयान पर उन्होंने कहा की परिवारिक और व्यक्तिगत संबंध है. राजनीतिक संबंध नहीं है. उनसे मुलाकात नहीं हो पाई है. जब उनसे बात होगी तो जवाब दे पाएंगे.जब आदमी कमजोर हो जाता है तो तीन चीजों का सहारा लेता है जाति का और बीवी बच्चों का. एक 20 साल के बच्चे से मुख्यमंत्री अपनी तुलना कर रहे हैं यह हास्यास्पद है और उन्होंने कहा कि ईडी का हाईकोर्ट में हलफनामा है. ईडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री की संलिप्ता है और उस पर जांच करना होगा.
यह पीएम मोदी की सरकार है ना खाएंगे ना खाने देंगे. भारतीय जनता पार्टी के कई मेंबर ऑफ पार्लियामेंट को मैं जानता हूं जिन्हें इनकम टैक्स का नोटिस मिला है. इन्हें पता ही नहीं इनकम टैक्स ने मुझे भी नोटिस भेजा और मैंने उसका जवाब भी दिया. पीएम मोदी की सरकार है किसी को नहीं छोड़ने वाली. जो भी चोर होगा वह सलाखों के पीछे होगा. यदि मैंने गलती की होगी तो मुझे भी जेल में डालेंगे.
भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए मधु कोड़ा को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया और 10 साल तक उनका हश्र देखने को मिला. वहीं लंबे वक्त तक अगर हेमंत सोरेन कि सरकार चलाते रहेगी तो जिंदगी भर के लिए कांग्रेस झारखंड से खत्म हो जाएगी.