Lok Sabha Election 2024: कैमूर के बूथ संख्या 166 पर ग्रामीण ने नहीं डाला एक भी वोट, कहा- 'सड़क नहीं तो वोट नहीं'
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Lok Sabha Election 2024: कैमूर के बूथ संख्या 166 पर ग्रामीण ने नहीं डाला एक भी वोट, कहा- 'सड़क नहीं तो वोट नहीं'

Lok Sabha Election 2024: देश में आज सातवें चरण का मतदान सुबह 7:00 बजे से शुरू हो चुका है. जहां कैमूर जिले के बक्सर संसदीय क्षेत्र के रामगढ़ विधानसभा के बूथ संख्या 166 पर आंटडीह गांव के ग्रामीणों ने वोट देने से मना कर दिया. 

कैमूर के बूथ संख्या 166 पर ग्रामीण ने नहीं डाला एक भी वोट

कैमूरः Lok Sabha Election 2024: देश में आज सातवें चरण का मतदान सुबह 7:00 बजे से शुरू हो चुका है. जहां कैमूर जिले के बक्सर संसदीय क्षेत्र के रामगढ़ विधानसभा के बूथ संख्या 166 पर आंटडीह गांव के ग्रामीणों ने वोट देने से मना कर दिया. ग्रामीणों का कहना था जब से देश आजाद हुआ है तब से आज तक हम लोगों के गांव के लिए सड़क ना तो जीतने वाले प्रत्याशी ने बनवाया और ना ही जिला प्रशासन ने ध्यान दिया. जिस कारण हम लोग पिछले चुनाव तक तो वोट डालते आ रहे हैं. लेकिन इस बार वोट नहीं देने का ग्रामीणों ने एक साथ फैसला लिया है. जिससे आंटडीह गांव में कुल 1008 मतदाता है. एक भी वोट अभी तक बूथ नंबर 166 पर आंटडीह गांव का नहीं पड़ा है.

प्रेसिडिंग ऑफीसर शिव कुमार सिंह ने बताया 1008 मतदाता आंटडीह गांव के हैं. एक भी मतदाता वोट डालने के लिए इस गांव से नहीं आए हैं. वरीय पदाधिकारी भी आए थे, बात किए लेकिन अभी तक वोट शुरू नहीं हुआ है. रोड नहीं तो वोट नहीं लोग कर रहे हैं. जोनल मजिस्ट्रेट सतीश कुमार ने बताया सूचना मिला है कि आंटडीह गांव के लोग वोट नहीं डाल रहे हैं. उन लोगों से बातचीत हम लोग भी किए हैं. वहीं लोगों को समझाने के लिए भी हम आए हैं. लेकिन इस गांव के लोग रोड की मांग को लेकर अभी तक वोट नहीं किए हैं.

छात्र किरण कुमारी, महिला शोभा देवी, सोमारू बिंद, संतोष कुमार यादव और छांगुर बिंद ने बताया कि आंटडीह गांव के लिए कोई भी रोड आजादी के बाद से अब तक नहीं बना है. आधी सड़क गांव से पहले और आधी सड़क गांव के अंदर बनी है. लेकिन बीच में उसे जोड़ने के लिए सड़क ही नहीं बना है. हर बार हम लोग वोट करते थे प्रत्याशी भी आश्वासन देते थे. पदाधिकारी भी आश्वासन देते थे कि रोड बन जाएगा. रोड नहीं बनने से गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी होती है. पढ़ने जाने वालों को भी परेशानी होती है. शादी विवाह करने वाले लोग आते हैं तो गालियां देकर जाते हैं. इसलिए हम लोगों ने इस बार ठान लिया है कि रोड नहीं तो वोट नहीं. हम लोगों को बस भाषण नहीं चाहिए, जब रोड बनेगा, उसके बाद से ही आगे चुनाव में मतदान करेंगे नहीं तो नहीं करेंगे.
इनपुट- मुकुल जायसवाल, कैमूर 

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