Lok Sabha Election 2024: साल 2024 के जंग में जदयू के वर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल, महागठबंधन से पूर्व सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल, भाजपा नेता पूर्व सांसद वीरेंद्र चौधरी ,पूर्व महागठबंधन प्रत्याशी गुलाब यादव समेत कई नेता के मैदान में उतरने की संभावना है. हालांकि, महागठबंधन और एनडीए ने अपने प्रत्याशियों की अभी घोषणा नहीं की है.
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Jhanjharpur Lok Sabha Seat: मधुबनी जिला के झंझारपुर लोकसभा का गठन 1972 में हुआ. मधुबनी से काटकर बनाया गया. झंझारपुर से कुल आठ सांसद लोकसभा पहुंच चुके हैं. सबसे ज्यादा बार देवेन्द्र प्रसाद यादव पांच बार जीत दर्ज कर लोकसभा तक का सफर तय किये और केंद्र में मंत्री भी रहे. पिछड़ा और अतिपिछड़ों के बीच घूमती रही झंझारपुर लोकसभा सीट. साल 1972 से 2014 तक हुए 12 चुनावों में दस बार झंझारपुर सीट का प्रतिनिधित्व पिछड़ा और अतिपिछड़ा सांसदों ने किया.
झंझारपुर की प्रमुख समस्याएं बाढ़ सुखाड़ है. कोसी, कमला और भुतही नदी का कहर प्रतिवर्ष इलाके के लोगों पर टूटती है. बाढ़ से खेती नष्ट होती है. वहीं, जान माल की भी भारी क्षति होती है. लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं. साल 1974 से बन रहा पेपर मिल पूरा नहीं हो सका. केंद्रीय विद्यालय नहीं खुल सका. लोहट चीनी मिल चार दशकों से बन्द पड़ा है और मिल का सारा कल पुर्जा भी समाप्त हो चुका है. झंझारपुर को जिला बनाने की मांग भी यहां के लोगों की रही है, जो अब तक पूरा नहीं हो सका है. हालांकि, अटल बिहार वाजपेयी सरकार ने इस इलाके को ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर सड़क से जोड़ा था. झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 18,24,987 हैं, जिसमें पुरुष वोटरों की संख्यां 9,56,361 और महिला मतदाताओं की संख्यां 8,68,552 है।थर्ड जेंडर 74 हैं.
अब तक इतने सांसद पहुंचे लोकसभा
पहली बार 1972 मे यहां से पंडित जवन्नाथ मिश्र विजयी हुए.
1977 की आंधी में लोकदल से धनिकलाल मंडल जीते.
1980 में भी धनिकलाल मंडल बरकरार रहे.
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति लहर में कांग्रेस के गौडीशंकर राजहंस ने धनिकलाल मंडल को हराया.
1989,1991 और 1996 में लगातार तीन बार देवेन्द्र प्रसाद यादव ने जनता दल के टिकट पर जीत दर्ज कर हैट्रिक बनाई.
1998 में राजद के सुरेंद्र यादव ने जीत दर्ज की.
1999 में फिर देवेन्द्र प्रसाद यादव जदयू के टिकट पर राजद के सुरेंद्र यादव को सवा लाख से अधिक वोटों से हराया.
2004 में पुनः देवेन्द्र प्रसाद यादव ने डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा 13 हजार मतों से हराया.
2009 में जदयू के मंगनीलाल मंडल ने राजद के देवेन्द्र यादव को 73 हजार मतों से हराया.
2014 में बीजेपी के वीरेंद्र कुमार चौधरी ने राजद के मंगनीलाल मंडल को 55 हजार वोटों से हराया.
2019 में एनडीए समर्थित जदयू के रामप्रीत मंडल ने महागठबंधन के राजद प्रत्याशी गुलाब यादव को करीब दो लाख मतों से हराया.
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जातिगत समीकरण
कुल मत 18 लाख 25 हजार हैं. इसमें यादव वोटरों की संख्यां 2 लाख 85 हजार, पिछड़ा अतिपिछड़ा (यादव को छोड़कर) वोटरों की संख्यां 3 लाख 60 हजार है. मुस्लिम मतदाता की संख्यां ढाई लाख, कुशवाहा, सहनी पौने दो लाख के करीब हैं. सवर्ण वोटरों की संख्या 2 लाख 10 हजार है. वैश्य की संख्या सवा लाख है. दलितों की संख्या 4 लाख है.
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साल 2024 के जंग में जदयू के वर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल, महागठबंधन से पूर्व सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल, भाजपा नेता पूर्व सांसद वीरेंद्र चौधरी ,पूर्व महागठबंधन प्रत्याशी गुलाब यादव समेत कई नेता के मैदान में उतरने की संभावना है. हालांकि, महागठबंधन और एनडीए ने अपने प्रत्याशियों की अभी घोषणा नहीं की है.
इस बार के संभावित प्रत्याशी
1. वीरेंद्र चौधरी, बीजेपी नेता
2. मंगनीलाल मंडल, जदयू नेता
3. देवेन्द्र प्रसाद यादव, राजद नेता
4. गुलाब यादव, पूर्व प्रत्याशी महागठबंधन 2019
5. रामप्रीत मंडल, जदयू, सांसद वर्तमान
रिपोर्ट: बिन्दु भूषण ठाकुर