100 बेड की क्षमता, 28 मरीज आने से ही ऑक्सीजन खत्म, आखिर कैसे लड़ी जाएगी यह जंग
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100 बेड की क्षमता, 28 मरीज आने से ही ऑक्सीजन खत्म, आखिर कैसे लड़ी जाएगी यह जंग

Bagaha Samachar: बगहा एसडीएम से जब पूछा गया कि आखिर कैसे सिस्टम कोरोना की लड़ाई पर जीत पाएगा क्योंकि यह आइसोलेशन सेंटर सौ बेड का है और मात्र 28 कोरोना मरीज के आने पर ही आक्सीजन खत्म हो गई है.

 

100 बेड की क्षमता, 28 मरीज आने से ही ऑक्सीजन खत्म.

Bagaha: बिहार के बगहा से बड़ी खबर सामने आई है. यहां आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन खत्म हो गई है और 28 कोरोना मरीज जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं. शाम चार बजे ही आक्सीजन खत्म हो गई थी लेकिन देर रात्रि दस बजे तक आक्सीजन नही पहुंची है. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ केबीएन सिंह ने त्राहिमाम पत्र लिखा है जिसके आलोक में बगहा एसडीएम शेखर आनन्द और एसडीपीओ बगहा अस्पताल पहुंचे है. 

वहीं, बगहा एसडीएम से जब पूछा गया कि आखिर कैसे सिस्टम कोरोना की लड़ाई पर जीत पाएगा क्योंकि यह आइसोलेशन सेंटर सौ बेड का है और मात्र 28 कोरोना मरीज के आने पर ही आक्सीजन खत्म हो गई है तो इसपर एसडीएम ने बताया कि 'बगहा को हरसिध्दि से आक्सीजन मिलता है जो कि एक घंटे के अंदर आ जाएगा, तबतक हम दूसरी व्यवस्था से हालात को काबू में रखे हुए हैं.'

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इधर, देर रात्रि से ही कोरोना मरीज खिड़की से आक्सीजन की राह देख रहे हैं. एक मरीज ने बताया कि 'मैं और मेरी मां दोनों पॉजिटिव है. मां की स्थिति बेहद ही नाजुक है, शाम चार बजे से हमलोग आक्सीजन का इंतजार कर रहे हैं. इस खिड़की से आक्सीजन आने की राह देख रहे हैं.' अन्य मरीजों के परिजनों ने बताया कि 'यहां पर कोई व्यवस्था नहीं हैं. मरीजों को खाने पीने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है, आक्सीजन तक खत्म हो गई है.'

अब देखने वाली बात होगी कि अस्पताल प्रशासन बगहा प्रशासन कोरोना की इस जंग में मरीजों को क्या सुविधा उपलब्ध करा पा रही है. क्योंकि सौ बेड के इस आइसोलेशन वार्ड में मात्र 28 मरीज के आने से ही आक्सीजन खत्म हो गई है और सभी मरीज जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. यह तस्वीर देखने से ही सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिस्टम कोरोना की इस लड़ाई में लड़खड़ा गया है और मरीजों की जिंदगी आक्सीजन की डोर पर टिकी हुई है जो इस अस्पताल में खत्म हो गई है. मरीज आक्सीजन आने  की राह देख रहे है.

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(इनपुट- धनंजय द्विवेदी)

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