Flood in Bihar: इंडो नेपाल सीमा पर वाल्मीकिनगर स्थित गण्डक बैराज से 3 लाख 17 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. सैकड़ो एकड़ जमीन पर लगे फसल भी कटकर नदी में समा गई.
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बगहा: यूपी-बिहार सीमा पर स्थित ठकराहा प्रखंड के मोतीपुर पंचायत के शिवपुर मुसहरी और मिश्रा टोला व हरखटोला में गंडक नदी का कटाव लगातार जारी है. गंडक के कटाव व नदी के रुख को देखकर लोग पलायन करने को मजबूर हैं. हालांकि जल संसाधन विभाग ने कटाव से बचाव को लेकर रोकथाम के लिए कटाव रोधी कार्य शुरू कर दिया है. जिससे पलायन करने वाले लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
कटाव लगातार जारी
रविवार को गांव और नदी के बीच की दूरी कहीं 20 मीटर तो कहीं 40 मीटर तक सिमट कर रह गई है. अभी भी कटाव जारी है, और जल संसाधन विभाग कटाव रोधी कार्य तो करा रहा है लेकिन यह कार्य बेअसर साबित हो रहा है. नदी तट पर इन गांवों के समीप लगभग 700 मीटर में हो रहे कटाव से अफरा-तफरी मच गई है. बताया जा रहा है कि कटाव रोकने के लिए नदी में डाले जा रहे पाइलिंग पानी के तेज बहाव में बह जा रहा है. जिसको देखते हुए अभी भी लोगों का पलायन जारी है.
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SDM दीपक मिश्रा ने किया निरीक्षण
दरअसल गण्डक नदी के बढ़ते जलस्तर से इलाके मे बाढ़ आती है तो जलस्तर घटने पर कटाव तेज़ हो जाता है. पिछले दिनों इंडो नेपाल सीमा पर वाल्मीकिनगर स्थित गण्डक बैराज से 3 लाख 17 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया तो बाढ़ जैसे हालात बन गए थे और अब पानी कम होते ही तेजी से कटाव हो रहा है. बगहा SDM दीपक मिश्रा ने निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग समेत आपदा प्रबंधन विभाग से पहल कर बचाव निरोधी कार्य में तेजी लाने को कहा था. जिसके बाद पैमाइश शुरू की गई और देर होने की वजह से सैकड़ो एकड़ जमीन पर लगे फसल भी कटकर नदी में समा गई. कटान की गति कभी तेज तो कभी धीमी है लेकिन दबाव व कटाव लगातार जारी है.