Bihar News: मुजफ्फरपुर में गुटखा कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी
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Bihar News: मुजफ्फरपुर में गुटखा कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी

Income Tax Raid In Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर में पान मसाला के तीन बड़े कारोबारियों के ठिकाने पर इनकम टैक्स की टीम बुधवार को छापेमारी के लिए पहुंची. शहर के कई इलाकों में इनकम टैक्स की ये रेड जारी है.

 

Bihar News: मुजफ्फरपुर में गुटखा कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को तीन बड़े पान मसाला कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. आयकर विभाग की इस छापेमारी से शहर के बड़े व्यापारियों में हड़कंप मच गया है. बुधवार को मुजफ्फरपुर में कई बड़े व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं. बता दें कि बुधवार सुबह करीब 6 बजे आयकर विभाग की चार टीम जिले के तीन बड़े कारोबारियों के घर और गोदामों पर छापा मारने पहुंचीं थी. सभी के ऊपर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का मामला है. तीनों व्यापारी का कारोबार बिहार से लेकर नेपाल तक फैला हुआ है.

कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी
मिली जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स की टीम ने कृष्णा टाकिज के सामने गली राजेश अग्रवाल उर्फ बाबु भाई, छोटी कल्याणी में ग्रीन केसरी, आमगोला माली गली में प्रदीप शर्मा, और दिलीप केसरी के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. पान मसाला कारोबारी सुबह जैसे ही उठे अपने घर में उन्होंने इनकम टैक्स अधिकारियों को पाया. खबर लिखे जाने तक आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है.

सुबह 6 बजे से छापेमारी
बताया जा रहा है कि ग्रीन केसरी और दिलीप केसरी दोनों चाचा-भतीजा हैं. दिलीप केसरी नगर निकाय का चुनाव भी लड़ चुके है. जबकि प्रदीप शर्मा का संबंध जर्दा कारोबारी राजेश अग्रवाल से है. जिले के कल्याणी चौक पर दिलीप और ग्रीन केसरी का घर और पान मंडी में गोदाम है. जहां टीम आज सुबह सबसे पहले पहुंची थी. आज सुबह करीब 6 बजे इनकम टैक्स की टीम एक साथ करीब 30 गाड़ियों से अलग-अलग पान मसाला कारोबारियों के घर पहुंची थी. 

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लोगों को लगा आतंकी पकड़ने आए हैं
वहीं अचानक से एक साथ इतनी गाडियों को कॉलोनी में देखकर स्थानीय लोगों ने कहा कि सुबह जब इनकम टैक्स का काफिला कॉलोनी में पहुंचा तो ऐसा लगा कि मानो किसी आतंकवादी को पकड़ने के लिए गाड़ियां आई हैं. बता दें कि पान मसाला और जर्दा कारोबारियों के सिंडिकेट के लेनदेन और नकदी की आवाजाही पर पिछले कई माह से आयकर विभाग की नजर थी. आयकर विभाग ने पाया कि पान मसाला कारोबारी अपनी नकदी को रियल एस्टेट कारोबार में लगा रहा है.

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