Bihar: 350 एंबुलेंस व 50 नई सीएनजी बसों की मिलेगी सौगात, जाने कहां होगा परिचालन और क्या होगी सुविधाएं
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Bihar: 350 एंबुलेंस व 50 नई सीएनजी बसों की मिलेगी सौगात, जाने कहां होगा परिचालन और क्या होगी सुविधाएं

Bihar Samachar: सभी सीएनजी बस जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन, आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. यात्रियों को मार्गों की जानकारी के लिए बस के अंदर एवं बाहर कुल 4 चार डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं. बसों के अंदर मोबाइल चार्ज करने की भी व्यवस्था है.

350 एंबुलेंस व 50 नई सीएनजी बसों की मिलेगी सौगात. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Patna: पटना नगर बस सेवा के विभिन्न मार्गों पर 50 नई सीएनजी बसों का परिचालन शुरु होने जा रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत 350 एंबुलेंस का शुभारंभ पटना से विभिन्न जिलों के लिए किया जाएगा. 24 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 50 नई सीएनजी बस एवं विभिन्न जिलों के लिए 350 एंबुलेंस का फ्लैग आॅफ संवाद करेंगे.

प्रदूषण मुक्त वातावरण में सुरक्षित सफर
परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी के अनुसार, पटना शहर में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा यात्रियों को प्रदूषण मुक्त सुगम, सुरक्षित एवं आधुनिक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने हेतु 50 नई सीएनजी बसों (CNG Bus) का परिचालन पटना नगर बस सेवा के विभिन्न मार्गो पर शुरु होने जा रहा है. सीएनजी बसों का परिचालन बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा किया जाएगा.

सीएनजी बस से प्रदूषण में आएगी कमी
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि शुरुआती दौर में 20 डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया गया था, अब 50 नई सीएनजी बसों का परिचालन किया जाएगा. मार्च 2022 तक सभी सरकारी पटना सिटी डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया जाएगा.

परिवहन सचिव ने बताया कि पूर्व में डीजल चालित कुछ बसों को सीएनजी में कन्वर्ट कर परिचालन किया गया था. इसके सफल परिचालन के बाद सीएनजी बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है. सीएनजी स्टेशन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

जीपीएस, सीसीटीवी और पैनिक बटन आदि आधुनिक सुविधाओं से है लैस
बता दें कि सभी सीएनजी बस जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन, आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. यात्रियों को मार्गों की जानकारी के लिए बस के अंदर एवं बाहर कुल 4 चार डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं. बसों के अंदर मोबाइल चार्ज करने की भी व्यवस्था है.

सीएनजी बसों में उपलब्ध हैं ये सुविधाएं:-

1. सीएनजी  बसों में ड्राइवर सहित कुल 32 सीटें हैं.

2.  सभी बसें जीपीएस युक्त है, जिससे बसों का वास्तविक स्थान पता किया जा सकता है.

3. बसों में पैनिक बटन उपलब्ध है, जिसे आपातकालीन स्थिति में सहयोग हेतु उपयोग किया जा सकता है.

4. सभी बसों में सुरक्षा हेतु 3-3 सीसीटीवी कैमरा उपलब्ध है.

5. यात्रियों को मार्गो की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बसों के बाहर 3 डिस्प्ले बोर्ड एवं अंदर 1 डिस्प्ले बोर्ड उपलब्ध है.

6. बसों के अन्दर यात्रियों के लिए मोबाईल चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध है.

7. बसों में आपातकालीन खिड़की हैं, आपातकाल के दौरान बाहर निकलने के लिए उपयोग किया जा सकता है.

8. बसों में पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम है.

9. महिला, ट्रांस्जेन्डर एवं दिव्यांगजनों के लिए सुरक्षित सीटों का प्रावधान किया गया है.

पटना के इन मार्गों पर सीएनजी बसों का किया जाएगा परिचालन

  1. गांधी मैदान- दानापुर बस स्टैंड:     10 सीएनजी बस
  2. गांधी मैदान- दानापुर रेलवे स्टेशन: 14 सीएनजी बस
  3. गांधी मैदान- बिहटा आईआईटी:    17 सीएनजी बस
  4. गांधी मैदान- पटना साहिब स्टेशनः  07 सीएनजी बस
  5. गांधी मैदान-दानापुर हांडी साहेब गुरुद्वारा: 02 सीएनजी बस

एम्बुलेंस योजना से सड़क दुर्घटना के फलस्वरुप मृतकों की संख्या में आ सकेगी कमी
इधर, परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ितों को समय पर अस्पताल भेजा जा सके एवं अन्य आपातकालीन चिकित्सा सुविधा हेतु ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया जा सके इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है.

इस योजना के तहत राज्य में लगभग 3,500 लोगों का आवेदन प्राप्त हुआ है. प्राप्त आवेदनों में से 954 लाभुकों का चयन अनुमंडल स्तरीय समिति द्वारा किया गया है. वर्तमान में 350 एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. अगस्त, 2021 तक 500 से अधिक एबुलेंस लाभुकों द्वारा क्रय कर ली जाएगी और दिसंबर तक 1000 एम्बुलेंस लाभुकों को प्रदान की जाएगी.

सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा के क्रम में यह बात सामने आई है कि कई बार सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ितों को गोल्डन आॅवर में अस्पताल नहीं पहुंचाने की वजह 
से उनकी मृत्यु हो जाती है. ग्रामीण इलाकों में भी एंबुलेंस की उपलब्धता हो जाने सड़क दुर्घटना के फलस्वरुप मृत्यु में कमी आ सकेगी.

बता दें कि निजी क्षेत्र में इस प्रकार की एंबुलेंस योजना लाने वाला बिहार पहला राज्य है. इसके कारण एंबुलेंस की उपलब्धता में काफी सुविधा होगी. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस की निजी क्षेत्र में उपलब्धता से सभी बीमारियों एवं प्रसव आदि हेतु भी सभी इसका उपयोग कर सकेंगे. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.

उल्लेखनीय है कि COVID की दूसरी लहर के दौरान निजी क्षेत्रों में एंबुलेंस की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस योजना को समाहित कर प्रत्येक प्रखंड में दो दो लाभुकों को  200000 रूपए की सब्सिडी देते हुए पूरे बिहार में 1000 एंबुलेंस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया, उसके तहत परिवहन विभाग ने आवेदन आमंत्रित किए और लाभुकों का चयन किया गया.

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