भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के धनुषकोडी में हुआ था. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था और 2002 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था.
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पटना : APJ Abdul Kalam Birth Anniversary and World Student's Day 2022 : जीवन सिर्फ एक बार मिलता है और इस जीवन में सफल नागरिक बनना है तो डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को प पढ़िए. उनके अनमोल विचार छात्रों के लिए सफलता की कुंजी से कम नहीं है. बता दें कि आज बच्चो के चहेते और भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है. वह हमेशा एक अध्यापक के नाते छात्रों से जुड़े रहे और हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे. उन्हीं की याद में हम हर साल 15 अक्टूबर को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे मनाते हैं.
मिसाइल मैन से जुड़ी कुछ बातें
भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के धनुषकोडी में हुआ था. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था और 2002 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था. वह अब तक भारत के सबसे पसंदीदा राष्ट्रपति बन गए है. वे बचपन से पढ़ाई में अच्छे थे, इसलिए पिता ने भी बाहर जाकर पढ़ने की इजाजत दे दी थी. पिता चाहते थे वे बड़े होकर कलेक्टर बने, लेकिन उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था. कलाम देश के सबसे बड़े साइंटिस्ट बने, आज दुनिया उन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी जानती है.
अब्दुल कलाम के अनमोल विचार
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम अपने आप में ही अनमोल थे. जिन्होंने कलाम को जान लिया और उनके विचारों को अपना मान लिया, आज वो शख्स जीवन की कई ऊंचाइयों तक पहुंच गया है. अब्दुल कलाम हमेशा कहते थे कि सपने तो वो हैं जो नींद आने नहीं देते. इंतजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं. एक छात्र की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक प्रश्न करना है, छात्रों को प्रश्न पूछने दें. जिस दिन हमारे सिग्नेचर ऑटोग्राफ में बदल जाएं मान लीजिए आप कामयाब हो गए. अगर सूरज की तरह चमकना है तो पहले सूरज की तरह जलना होगा. हम सभी में समान प्रतिभा नहीं होती है. लेकिन, हम सभी के पास अपनी प्रतिभा को विकसित करने का समान अवसर है. असफलता कभी मुझे पछाड़ नहीं सकती, क्योंकि मेरी सफलता की परिभाषा बहुत मजबूत है. मनुष्य के लिए कठिनाइयों का होना बहुत जरूरी है क्योंकि कठिनाइयों के बिना सफलता का आनंद नहीं लिया जा सकता. आकाश की तरफ देखिए हम अकेले नहीं हैं, सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपने देखते हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है. विनाश से बचने के लिए बुद्धि एक हथियार है, यह एक आंतरिक किला है जिसे दुश्मन नष्ट नहीं कर सकते हैं.