Patna Samachar: विभागों की लड़ाई में सरकार जलजमाव की समस्या में फंसती नजर आ रही है. क्योंकि नगर निगम कर्मी बुडको पर अपना ठीकरा फोड रहें है तो बुडको नगर निगम पर.
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Patna: जलजमाव से निजात के लिए सरकार ने सभी विभागों के पदाधिकारियों को सख्त निर्देशित किया था कि इस बार पटना के किसी भी इलाके में जलजमाव की समस्या नहीं होनी चहिए. सभी ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाए. पम्पिंग सेटअप के पावर को बढ़ाया जाए ताकि जलजमाव की समस्या से लोग निजात पा सकें. लेकिन इस बार भी नगर निगम के वादे और दावों की पोल खुलती नजर आ रही है.
बता दें कि लालजी टोला इलाके में वर्षों पहले बना ड्रेनेज पंपिंग प्लांट इलाके की आबादी के अनुसार बनाया गया था. इसमें 20 से 25 एचपी का मोटर फिटर लगाया गया था, जिससे की जलजमाव की समस्या न हो सके. आबादी तो बढ़ गई लेकिन अगर कुछ नहीं बढ़ा तो वो है ड्रेनेज पम्पिंग प्लांट का मोटर फिटर, जिससे कि सिर्फ लालजी टोला के लोगों को ही नहीं बल्कि आसपास के लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ऐसे में अब मोटर फिटर बैठ गया है और काफी समय से जल जमाव की समस्या होने लगी है.
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वहीं, लालजी टोला ड्रेनेज पम्पिंग प्लांट पर तैनात बुडको के कर्मी राम सिंह ने नगर निगम कर्मियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि 'जब नाले की उड़ाही सही से होगी ही नहीं तो जलजमाव से मुक्ति कैसे मिलेगी. चाहे कितनी भी बड़ी मशीन लगा दी जाए. क्योंकि पम्पिंग प्लांट पर नई मशीन तो आकर खड़ी है लेकिन इसका इस्तेमाल तब ही हो सकता है जब नाले की उड़ाही सही से की जाएगी. ये सीवरेज पंप लालजी टोला इलाके का पानी निकालने के लिए बनाया गया था ना की रेलवे कॉलोनी या फिर और कोई मुहल्ले का. पानी निकालने के लिए 20 से 25 एचपी की ही मशीन लगी हुई है जो ज्यादा लोड के कारण खराब हो चुकी है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'अगर पटना को जलजमाव से मुक्ति दिलानी है तो पानी निकासी के लिए नाले की उड़ाही बहुत जरूरी है. तब ही बड़ी मशीन से पानी की निकासी हो सकेगी.'
बता दें कि विभागों की लड़ाई में सरकार जलजमाव की समस्या में फंसती नजर आ रही है. क्योंकि नगर निगम कर्मी बुडको पर अपना ठीकरा फोड रहें है तो बुडको नगर निगम पर. इससे विभागों की लापरवाही साफ देखी जा रही है. नतीजन इस बार भी पटना वासियों को जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
हालांकि, सरकार अपने दावों पर जरूर अडिग है कि इस बार शहर में जलजमाव नहीं होने दिया जायगा. अब सवाल यहां कई है लेकिन जवाब किसी के पास नहीं.