Danapur Samachar: दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में लोगों की कोरोना जांच की गई थी, जिसमे 105 लोगो पॉजिटिव पाए गए. एक साथ 105 लोगों के कोरोंना पॉजिटिव मिलने से ना केवल अस्पताल में बल्कि दानापुर के लोगों में भी इलाज को लेकर चिंता बढ़ गई है.
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Danapur: दानापुर अनुमंडल अस्पताल में एक बार फिर 10 डॉक्टर Corona Positive पाए गए है. जिसके बाद कुल मिलाकर अब तक 25 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. ऐसे में अब बस 3 डॉक्टरों के सहारे अनुमंडल अस्पताल चल रहा. वहीं, आरटी पीसीआर जांच भी डॉक्टर के अभाव में बंद हो गया है. इस कारण कोरोना जांच कराने आ रहे लोगों को यहां से खाली हाथ लौटकर जाना पड़ रहा हैं.
बता दें कि सदी की भीषण त्रासदी कोरोना को लेकर समूचे विश्व में कोहराम मचा हुआ है. कोरोना संक्रमण का डर लोगों के जहन में बस गया है. या फिर यूं कहे की इस बीमारी से समाज का हर एक तबका भयभीत है, पीड़ित है. बिहार में जिस तरह से कोरोना ने अपना पांव पसारा है उसको लेकर भी हर एक लोग भयग्रस्त है. दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में कोरोना बम का फूटना दानापुर के लोगों के लिए एक अभिशाप की तरह बनकर आया है.
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जानकारी के अनुसार, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में लोगों की कोरोना जांच की गई थी, जिसमे 105 लोगो पॉजिटिव पाए गए. एक साथ 105 लोगों के कोरोंना पॉजिटिव मिलने से ना केवल अस्पताल में बल्कि दानापुर के लोगों में भी इलाज को लेकर चिंता बढ़ गई है. इन 105 लोगों में अब तक 25 डॉक्टर, 4 एनम एवं 2 डाटा एंट्री ऑपरेटर भी शामिल है. इससे पूरे अस्पताल में इलाज करने आए मरीज और उनके परिजनों में भय का माहौल बन गया है. अस्पताल उपाधीक्षक ने कहा कि 'ये एक गंभीर बात है. समूचे अस्पताल परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा. जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उन्हें घरों में क्वारंटीन रहने के लिए कहा गया है.'
इधर, अस्पताल में बाहर से आने वाले मरीजों की स्थिति और भी गंभीर हो गई है. कोविड की वजह से दानापुर अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी हो गई है. आए हुए मरीजों का या फिर भर्ती मरीजों का इलाज ठीक से नही हो पा रहा है. अस्पताल चिकित्सा प्रभारी भी डॉक्टर की कमी का रोना रो रहे है. इसके अलावा दानापुर अस्पताल में कोविड की जांच कराने आए लोगों को बगैर जांच के ही लौटना पड़ रहा है. डाटा ऑपरेटर्स के कोरोना पॉजिटिव होने से आरटी-पीसीआर की जांच भी ठप्प पड़ गई है. लोग बगैर जांच ही बैरन लौट रहे है. अब लोग धरती के भगवान की ओर कम, मंदिरों में रहने वाले भगवान की ओर ज्यादा टकटकी लगाए बैठे है कि शायद वो अब सबकुछ ठीक कर देंगे. ऐसे में खासकर कोरोना का पहली डॉज वैक्सीन लेने के बाद दूसरी डॉज लेने आए 45 वर्ष से अधिक लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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दानापुर अनुमंडल में एक साथ इतने डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव होने के कारण आसपास के इलाकों में एक दहशत का माहौल कायम हो गया है. खासकर दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल दियारा के 6 पंचायत के मरीजों के लिए अब परेशानी का सबब बन गया है. गरीब परिवार के मरीज अनुमंडल अस्पताल आकर ओपीडी में अपना इलाज करा लेते थे लेकिन अब वह डर से अस्पताल आ नहीं रहे है. कुछ मरीज जान जोखिम में डालकर अस्पताल आ रहे हैं तो डॉक्टर की कमी के कारण वे अपना इलाज नहीं करा पा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन को फौरन अनुमंडल अस्पताल में डॉक्टर मुहैया कराना चाहिए ताकि आमजन का इलाज सुचारू रूप से हो सके और करोना की जांच भी लोग करा सके.
(इनपुट- इश्तियाक)