Amit Shah Bihar Visit: जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने कहा कि पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित जनसभा में अमित शाह ने झूठ का पुलिंदा बांधा है.
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किशनगंजः Amit Shah Bihar Visit:सीमांचल के पूर्णिया और किशनगंज में गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय दौरे के बाद किशनगंज में राजनीति तेज हो गयी है. एक तरफ जहां एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने गृहमंत्री पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा की यहां का सबसे बड़ा मुद्दा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कैंपस स्थापना का है, जो फण्ड रिलीज़ नहीं होने पर दम तोड़ रहा है. एक फैकल्टी की पढ़ाई हो रही हैं. 2012 में जमीन उपलब्ध हो गई लेकिन दस वर्ष बीतने के बावजूद केंद्र सरकार के उदासीनता के कारण फण्ड रिलीज़ नही किया गया है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री दौरे पर तो आये लेकिन एएमयू की स्थापना के लिए फंड रिलीज की चर्चा तक नहीं हुई. अख्तरुल ने कहा कि माल महाजन का और मिर्जा खेले होलो, उनके सीमांचल दौरे से करोड़ों रुपये खर्च हुए जो जनता के टैक्स के पैसे थे. जिस पैसे का दुरुपयोग कर पार्टी का प्रचार प्रसार करने का काम किया है और सीमांचल के जनता को निराश करने का काम गृहमंत्री ने किया हैं.
गृहमंत्री पर लगाया झूठ का आरोप
जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने कहा कि पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित जनसभा में अमित शाह ने झूठ का पुलिंदा बांधा, उन्होंने अपने भाषण में कहा कि किशनगंज स्थित डॉ कलाम कृषि कॉलेज की स्थापना एक सौ करोड़ की लागत से नरेंद्र मोदी ने की, जबकि इस कॉलेज की स्थापना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है. गृह मंत्री अमित शाह जी इतने बड़े पद पर रहकर झूठ बोल कर चले गए कि डॉ. कलाम कृषि कॉलेज का निर्माण पीएम मोदी ने किया है. जबकि डॉ कलाम कृषि विश्वविद्यालय का 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया था और इसका उद्घाटन अगस्त 2015 में सीएम नीतीश ने किया था. दोनों ही वर्ष में नीतीश कुमार एनडीए के साथ नहीं था.
कांग्रेस ने भी किया विरोध
वहीं कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रदेश महासचिव असगर अली पीटर ने कहा कि किशनगंज के इतिहास में पहली बार कोई गृहमंत्री आए हैं, जिसका स्वागत यहां की जनता ने किया लेकिन गृह मंत्री जी खाली आये और खाली हाथ लौट गए. जो जनता की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम किया है. उन्होंने कहा कि एएमयू को फंड नहीं देंगे आपकी सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ है, लेकिन देश के सैनिकों के बच्चे की पढ़ाई के लिए एक सैनिक स्कूल यहां खोलने की घोषणा कर देते या फिर इंजीनियरिंग और डिफेंस कॉलेज खोलने की घोषणा कर देते.