पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हाल में हुई पथराव की घटनाओं पर बड़ा बयान दिया है. इस मामले को लेकर ममता बनर्जी ने बिहार के लोगों पर निशाना साधा है.
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पटनाः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हाल में हुई पथराव की घटनाओं पर बड़ा बयान दिया है. इस मामले को लेकर ममता बनर्जी ने बिहारी लोगों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'हो सकता है कि बिहार के लोग वंदे भारत ट्रेन नहीं मिलने से परेशान हों. उन्हें ट्रेन नहीं मिली है क्योंकि वे भाजपा के साथ नहीं हैं. जो लोग फेक न्यूज फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' इस बयान को लेकर अब बिहार के सभी राजनीतिक दल ममता बनर्जी की आलोचना कर रहे है.
'इस मामले से बिहार का कुछ लेना देना नहीं'
बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि इस ट्रेन के आवागमन की शुरुआत प्रधानमंत्री के द्वारा की गई है. जिस दिन इसका शुभ आरंभ हुआ था उस दिन लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए थे. जिन लोगों को वंदे मातरम और जय श्रीराम से नफरत है. वहीं लोग पथराव कर रहे हैं. पथराव मालदा में हो रहा है और बिहारियों पर इसको थोपा जा रहा है. इससे बिहार का कोई लेना देना नहीं है. यह कारनामा टीएमसी के लोगों का है.
'इस मामले को बिहार से जोड़कर देखना ठीक नहीं'
वहीं आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि ऐसी बात नहीं है ममता बनर्जी भी स्वयं बिहार के लोगों के आचरण को जानती हैं. बिहार और बिहारी उनसे कितना प्रेम करता है यह भी उनको पता है. इस तरह की जो भी बातें हुई है वह किसी शरारती तत्व द्वारा की गई होगी. इसे किसी राज्य से जोड़ कर देखना या बोलना सही नहीं है. वंदे भारत ट्रेन भारत में हर 1 राज्य को दी जा रही है. समय अनुकूल सबको मिलेगा. इस तरह की राजनीति से सबको बचना चाहिए. किसी शरारती तत्व के मामले को किसी राज्य से जोड़कर देखना या दिखाना किसी भी दृष्टिकोण से ठीक नहीं है.
'मामले आरोपियों को सजा सुनिश्चित होनी चाहिए'
जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि कहीं भी इस तरह का मामला होता है तो वह अति निंदनीय है, स्वीकार्य योग्य नहीं है. इस पर कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए. ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं, जिम्मेदार पद पर बैठी हैं. बिहार के विषय पर उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. बिहार ने पूरी दुनिया को संस्कृति और सभ्यता का पाठ पढ़ाया है इसके कई सारे उदाहरण है. अपराधी या कोई गलत करने वाला हो तो उसकी कोई जाति नहीं होती है, उसका कोई मजहब नहीं होता, ईमान नहीं होता, वह किसी प्रांत का नहीं होता वह गड़बड़ी करता है और उस पर सजा सुनिश्चित होनी चाहिए. विधि व्यवस्था उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए. इस तरह किसी इलाके से जोड़ कर देखना ठीक नहीं है.
इनपुट-रूपेंद्र श्रीवास्तव
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