पटना में नौकरी मांगने जुटे शिक्षक अभ्यर्थियों को मिली लाठियां, तिरंगे का भी नहीं किया लिहाज
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पटना में नौकरी मांगने जुटे शिक्षक अभ्यर्थियों को मिली लाठियां, तिरंगे का भी नहीं किया लिहाज

पटना के डाक बंगला चौराहे पर नौकरी की मांग करते हुए अभ्यार्थियों ने हंगामा किया था. इस दौरान शिक्षक अभ्यार्थियों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान जब हंगामा बढ़ा तो पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. विरोध प्रदर्शन करने वालों में CTET, BTET पास अभ्यर्थी शामिल थे

पटना में नौकरी मांगने जुटे शिक्षक अभ्यर्थियों को मिली लाठियां, तिरंगे का भी नहीं किया लिहाज

पटनाः बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर सामने आई हैं. यहां सातवें चरण की नियुक्ति की मांग करे अभ्यार्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान छात्र तिरंगा झंडा लिए हुए थे. पुलिस ने इसका भी लिहाज नहीं किया और तिरंगा झंडा लिए छात्रों पर लाठियां बरसाईं, इससे राष्ट्रध्वज के अपमान की भी बात सामने आ रही है. 

डाक बंगला चौराहे पर हुआ प्रदर्शन
जानकारी के मुताबिक, पटना के डाक बंगला चौराहे पर नौकरी की मांग करते हुए अभ्यार्थियों ने हंगामा किया था. इस दौरान शिक्षक अभ्यार्थियों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान जब हंगामा बढ़ा तो पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. विरोध प्रदर्शन करने वालों में CTET, BTET पास अभ्यर्थी शामिल थे. पुलिस ने हंगामा कर रहे प्रदर्शनकारियों के ऊपर जमकर लाठियां बरसाईं. सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि दोषी अधिकारी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी. 

सीएम ने दिया जल्द कार्रवाई का निर्देश
मुख्यमंत्री ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. अभ्यार्थियों का कहना है कि वे 2019 से बहाली का इंतजार कर रहे हैं. उन्हें पिछले तीन साल से सरकार से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. अभ्यार्थियों का कहना है कि बिहार में नयी सरकार बनने के बाद आज हम लोग राजभवन मार्च करने निकले थे. लेकिन पुलिस ने हम लोगों को रोक दिया. विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि सरकार बनने से पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कहते थे कि मेरी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 

आठ साल बाद हुआ  STET का आयोजन
अब तो सरकार राजद और जदयू की बन चुकी है. अब तो हम लोगों के लिए तेजस्वी यादव को सोचना चाहिए. लेकिन, ऐसा नहीं किया जा रहा है. हम लोगों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है. अभ्यार्थियों ने कहा कि सातवें चरण के नियोजन के नोटिफिकेशन को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिख रही है. जानकारी के अनुसार, बिहार में STET का आयोजन आठ साल बाद हुआ. जिसके बारे में नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया था. जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा भी आयोजित की गयी थी. लेकन, दो-तीन सेंटरों पर फर्जीवाड़े की बात सामने आने के बाद उसे रद्द कर दिया गया. इसके बाद दोबारा इस परीक्षा का आयोजन सितंबर 2020 में किया गया. तब इसे ऑनलाइन मोड में किया गया.

 

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