Bihar: बिहार के 2 हजार से ज्यादा निजी स्कूलों में लटकेगा ताला, जानिए क्या है वजह
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Bihar: बिहार के 2 हजार से ज्यादा निजी स्कूलों में लटकेगा ताला, जानिए क्या है वजह

स्कूल मालिकों पर आरोप है कि सरकार द्वारा आदेश जारी करने के बाद भी विद्यालय प्रशासन ने यू-डायस पर बच्चों का ब्यौरा नहीं सौंपा है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

Bihar News: बिहार की खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था की हालत सबके सामने है. इस बीच प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा निजी स्कूलों में ताला लगने वाला है. जानकारी के मुताबिक, नीतीश सरकार ने 2005 निजी विद्यालयों को बंद करने का आदेश जारी किया है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिलावार इन स्कूलों की लिस्ट भी जारी कर दी है. स्कूल मालिकों पर आरोप है कि सरकार द्वारा आदेश जारी करने के बाद भी विद्यालय प्रशासन ने यू-डायस पर बच्चों का ब्यौरा नहीं सौंपा है. 

यू-डायस कोड रद्द होने के बाद इन स्कूलों की सीबीएसई और आईसीएसई की मान्यता भी रद्द हो जाएगी. सभी जिला शिक्षा कार्यालय को निर्देश दिया गया है कि इन स्कूलों पर नजर रखी जाए, जिससे ये आगे नामांकन ना ले पाएं और अभिभावकों को गुमराह ना कर सकें. इससे पहले 30 मई और एक जून को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा निजी स्कूलों पर कार्रवाई हुई थी. 30 मई को 1,084 स्कूलों पर कार्रवाई की गई थी, जबकि 01 जून को यह संख्या बढ़ कर 1,235 हो गई थी. 

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क्या होता है यू-डायस?

बता दें कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों को यू-डायस कोड भरना होता है. इसमें संसाधन, शिक्षक और नामांकित बच्चों की जानकारी देनी होती है. इसमें विद्यालयों में तैनात बच्चों के नाम, पता, तैनाती वर्ष, विषय से लेकर संपूर्ण विवरण पोर्टल पर फीड किया जाना होता है. पोर्टल पर फीड विवरण के आधार पर ही शासन की योजनाओं का लाभ हासिल होता है. बिहार के सरकारी स्कूलों ने तो यू- डायस कोड भर दिया, लेकिन निजी स्कूलों द्वारा यू-डायस में पूरी जानकारी नहीं भरी थी. उन्होंने स्कूल और शिक्षक की जानकारी तो दी थी, लेकिन नामांकित बच्चों की जानकारी नहीं दी थी. 

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किस जिले के कितने विद्यालय?

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा स्कूल वार बच्चों की जानकारी मांगी गई थी, इसमें कुल 55 बिंदु थे. मुजफ्फरपुर से सबसे ज्यादा 236 निजी स्कूलों का यू-डायस कोड रद्द किया गया है. इसके अलावा अरवल के 19, औरंगाबाद के 18, बांका के 14, बेगूसराय के 31, भागलपुर के 35, भोजपुर के 18, बक्सर के 71, दरभंगा के 43, गया के 44, गोपालगंज के 16, जमुई के 06, जहानाबाद के 06, कैमूर के 10, कटिहार के 34, खगड़िया के 05, किशनगंज के 35, लखीसराय के 23, मधेपुरा के 86, मधुबनी के 67, मुंगेर के 05, मुजफ्फरपुर के 236, नालंदा के 80, नवादा के 36, पश्चिम चंपारण के 76, पटना के 185, पूर्वी चंपारण के 123, पूर्णिया के 82 विद्यालय शामिल हैं. केवल अररिया के एक भी निजी स्कूल सूची में नहीं है.

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