Bihar Politics:पहले सनातन के खिलाफ बयान अब बचाव की मुद्रा में नजर आ रहे हैं RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह
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Bihar Politics:पहले सनातन के खिलाफ बयान अब बचाव की मुद्रा में नजर आ रहे हैं RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह

Bihar Politics: सनातचन धर्म को लेकर दिए गए  RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है. जगदानंद सिंह ने कहा था कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया है.

(फाइल फोटो)

पटना: Bihar Politics: सनातचन धर्म को लेकर दिए गए  RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है. जगदानंद सिंह ने कहा था कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया है. अब वह इस बयान को लेकर बचाव की मुद्रा में नजर आ रहे हैं और कह रहे हैं संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है.  

उनसे सनातन के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर सवाल किए जाने पर वह भड़क गए और बोले अपनी बात मेरे मुंह में मत डालो. उन्होंने गुस्से में पत्रकारों की माइक को हाथ मार कर हटा दिया.जगदानंद सिंह ने कहा की हम अपने साथियों से बात कर रहे थे. जिसको सवाल करना है करने दीजिए. बहस का विषय मत बना दीजिए. हमने तो सनातन वगैरह का नाम ही नहीं लिया. सनातन साश्वत है और रहेगा. 

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उन्होंने कहा कि समाज में असमान्यता पैदा करने वाले कभी भी धर्म के रक्षक नहीं हो सकते हैं. ये आजादी भारत की जनता की संघर्ष से मिली है. संविधान में सारी व्यवस्था है. मंत्रिमंडल फैसला करता है, प्रस्ताव राष्ट्रपति के पास जाता है. राष्ट्रपति जी इसकी स्वीकृति देते हैं. उसके बाद नोटिफिकेशन होता है. आज जहां तक मैं समझा है लोग पूछ रहे हैं उसका विषय क्या है. 

मैं इस पर बोल चुका हूं सवाल यह है कि जिससे लोगों को पीड़ा पहुंचाने लगती है तो उसके बारे में सवाल होगा. आपसे मैं पूछ रहा हूं बता दीजिए कि सनातन यही है क्या है सर हम भी समझ लें. हम लोग तो मानते हैं जो हम लोग हैं वही लोग धार्मिक हैं, आस्थावान हैं, आखिर सनातन क्या चीज है? क्या वह है जिसमें हम बैठकर पानी नहीं पीने दें तो मेरे जैसा आदमी सनातन को ना करता है. उसके लिए जो हम तैयार न करें, हम लोग कर्मकांड़ियों के विरोधी है. हिंदू, मुस्लिम, सिख की लड़ाई धर्म नहीं है. किसी को सनातन कहते हैं तो मैं इसका विरोधी हूं. 140 करोड़ के भीतर मतभेद पैदा ना करें हम लोग ही राम वाले हैं. 

मैं फिर कह रहा हूं जो धर्म को प्रतीक के रूप में दिखाते हैं, धर्म हमारी आस्था का चीज है. हमारी आस्था कबीर ने जो धर्म की व्याख्या कर दी, गांधी ने जो सभी लोगों को एक साथ रहने के लिए ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान कही हम लोग उसी को मानते हैं. उन्होंने आगे कहा कि संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है, इसलिए विशेष सत्र बुलाया गया है.  

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