Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रक्षा बंधन के मौके पर राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में बताया.
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रांची: पूरे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी समस्त राज्यवासियों को श्रावन पूर्णिमा और रक्षा बंधन के पावन पर्व की बधाई दी. हेमंत सोरेन ने रक्षाबंधन की बधाई देते हुए अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा राज्य की आधी आबादी को हक-अधिकार और सम्मान देने के लिए आपके इस भाई और बेटे तथा झारखण्ड सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में कई ऐतिहासिक योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है.
सीएम सोरेन ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) के अंतर्गत राज्य की 48 लाख से अधिक बहनों को हर साल 12 हजार की सम्मान राशि मिलेगी. एक परिवार में अगर मेरी 3-4 बहनें हैं तो उस परिवार के लिए सिर्फ इस योजना से एक साल में सम्मान राशि 36-48 हजार रुपए होगी. अपने में उन्होंने आगे लिखा कि देश में झारखण्ड पहला राज्य है जहां राज्य सरकार 50 वर्ष से अधिक की विधवा, परित्यक्त या एकल माताओं-बहनों को हर महीने 1 हजार रुपए के पेंशन का सम्मान दे रही है. यह पेंशन राशि लाखों माताओं-बहनों के बुढ़ापे का सहारा बन रही है. हर साल 12 हजार रुपए की यह राशि, आपके बुढ़ापे की लाठी को मजबूत बना रही है.
झारखंड सरकार द्वार महिलाओं के लिए चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने लिखा कि आपकी झारखण्ड सरकार ने राज्य की 10 लाख किशोरियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़कर उनके सपनों को पंख देने का भी काम किया है. कुल 40 हजार रुपए की यह सहायता राशि मेरी हर बहन और बेटी को आगे बढ़ने में मदद कर रही है. इसके अलावा झारखण्ड के इतिहास में यह भी पहली बार हुआ है कि सखी मंडल से जुड़ी लाखों माताओं-बहनों को हजारों करोड़ रुपए की राशि बैंक क्रेडिट/लिंकेज के रूप में दी गयी है. विगत साढ़े चार वर्षों में 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि आजीविका संवर्धन के लिए दीदी-बहनों को प्रदान की गयी. पूर्व की सरकारों से राशि 12 गुना अधिक है. आपके द्वारा पलाश ब्रांड के अंतर्गत निर्मित कई उत्पादों ने देश-विदेश में धूम मचाई हुई है.
हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा कि राज्य की 35 हजार से अधिक माताओं-बहनों को फूलो-झानो अभियान से जोड़कर वैकल्पिक आजीविका के अवसर प्रदान किये गए हैं. 50 हजार रुपए तक की राशि उन प्रत्येक माताओं-बहनों की सहायक बनी है. इसके अलावा अबुआ आवास योजना, सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना, हरा राशन कार्ड योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, साईकिल वितरण योजना आदि ऐसी कई योजनाओं को आपके इस भाई और झारखण्ड सरकार द्वारा राज्य की आधी आबादी तथा अन्य लोगों के लिए चलाया जा रहा है.