Bihar Politics: बीजेपी और नीतीश कुमार के बीच क्या कोई खिचड़ी पक रही है? जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद बिहार पर टिकीं नजरें
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1866499

Bihar Politics: बीजेपी और नीतीश कुमार के बीच क्या कोई खिचड़ी पक रही है? जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद बिहार पर टिकीं नजरें

बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब से जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रि भोज से लौटे हैं, तब से राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है. हालांकि नीतीश कुमार के साथ झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आदि भी गए थे पर सबसे अधिक नीतीश कुमार के नाम की चर्चा हो रही है.

(फाइल फोटो)

Bihar Politics: बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब से जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रि भोज से लौटे हैं, तब से राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है. हालांकि नीतीश कुमार के साथ झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आदि भी गए थे पर सबसे अधिक नीतीश कुमार के नाम की चर्चा हो रही है. नीतीश कुमार की चर्चा इसलिए भी हो रही है कि उन्होंने पिछले साल के बाद से कई बार केंद्र सरकार की ओर से आयोजित की गई कई महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा नहीं लिया था. यहां तक कि उन्होंने नीति आयोग की बैठक से भी दूरी बनाए रखी. संसद के उद्घाटन समारोह का भी उन्होंने और उनकी पार्टी ने बहिष्कार का ऐलान कर रखा था. अब अचानक से वे जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में शिरकत करते नजर आए. सबसे अधिक चर्चा उस फोटो को लेकर हो रही है, जिसमें पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से सीएम नीतीश कुमार का परिचय करा रहे हैं. 

इन महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल नहीं हुए नीतीश कुमार 

पीएम नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की बैठक बुलाई, जिसमें नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए.  इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की विदाई के लिए पीएम मोदी ने डिनर का आयोजन किया था, उससे भी नीतीश कुमार ने दूर ही रहना बेहतर समझा. सीएम नीतीश कुमार मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे. उसके एक महीने के भीतर ही नीतीश कुमार एनडीए को झटका देते हुए महागठबंधन में शामिल हो गए थे. जी20 शिखर सम्मेलन के डिनर के लिए ही सीएम नीतीश कुमार पटना से दिल्ली गए थे. उन्होंने एक देश एक चुनाव का समर्थन भी किया था. 

ये भी पढ़ें- सोशल मीडिया पर रील बनाते हुआ प्यार, इश्क में पागल दो बच्चे की मां प्रेमी संग फरार!

बेंगलुरू बैठक के बाद से नाराजगी की आ रहीं खबरें 

वैसे तो विपक्षी गठबंधन को एक टेबल पर लाने का श्रेय केवल और केवल नीतीश कुमार को ही जाता है, लेकिन पटना से बेंगलुरू की दूरी तय करते ही नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरें आने लगीं. माना जा रहा है कि बेंगलुरू बैठक में नीतीश कुमार की बात नहीं सुनी गई और उन्हें दूसरे नेताओं की हां में हां मिलानी पड़ी. इसके अलावा जानकारों का कहना है कि सबसे बड़ी बात यह है कि नीतीश कुमार कुमार को अब तक इंडिया का संयोजक नियुक्त नहीं किया गया है, जिसकी चाह वे रखते हैं. हालांकि नीतीश कुमार ने राजगीर के मलमास मेले में ही खुद की नाराजगी की खबरों का खंडन कर दिया था और मुंबई में आयोजित बैठक में भी शामिल हुए थे, लेकिन यह सब जानते हैं कि राजनीति में जो कहा जाता है, वो मायने नहीं रखता. जिस बात का जिक्र नहीं होता, उसी की खिचड़ी पक रही होती है. 

क्या कांग्रेस और राजद को चिढ़ा रहे हैं नीतीश कुमार

अगर नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच में कोई खिचड़ी नहीं पक रही है तो क्या नीतीश कुमार कांग्रेस और राजद को चिढ़ा रहे हैं. माना जाता है कि अगस्त 2022 में जब नीतीश कुमार ने राजद से दोस्ती का हाथ बढ़ाया तो एक डील हुई थी. जानकार बताते हैं कि उस डील में कहा गया था कि तेजस्वी यादव बिहार संभालेंगे और राजद कांग्रेस के साथ मिलकर नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय राजनीति की राह प्रशस्त करेंगे. पटना बैठक से पहले लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने ऐसा किया भी, लेकिन पटना बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी को दूल्हा बनाने की मांग कर लालू प्रसाद यादव ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी थी. शायद नीतीश कुमार इस बात को भांप गए थे. इसके बाद मुंबई बैठक से पहले भी लालू प्रसाद ने संयोजक के मसले पर कहा कि कोई एक संयोजक नहीं होगा. एक या दो राज्यों के लिए अलग अलग संयोजक नियुक्त किए जा सकते हैं. यह बात भी नीतीश कुमार को नागवार गुजरी होगी. हालांकि नीतीश कुमार ने कई बार यह भी कहा है कि उन्हें संयोजक बनने की कोई लालसा नहीं है, लेकिन मुंबई बैठक से पहले पटना से लेकर मायानगरी तक उनके समर्थकों ने देश का नेता कैसा हो... नारे वाले पोस्टर जमकर लगाए थे. अब इसके मायने तो किसी को बताने की जरूरत नहीं ही होगी. 

जी20 की डिनर के बाद पटना में पार्टी नेताओं संग बैठक 

पटना में मुख्यमंत्री आवास 1 अणे मार्ग पर 51 जिला अध्यक्षों और 11 प्रमंडल प्रभारी की बैठक में कई जिलाध्यक्षों के साथ-साथ कई बिहार विधान परिषद के सदस्य को भी बुलाया गया है. बताया जा रहा है कि बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं से चर्चा की. बैठक में शामिल होने वाले नेताओं ने कहा, चुनाव कभी भी हों, हम तैयार हैं. जेडीयू मुख्य प्रवक्ता सह एमएलसी नीरज कुमार ने सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी की मुलाकात पर कहा कि नीतीश कुमार क्लाइमेट लीडर हैं. इसलिए अमेरिका के राष्ट्रपति से मिले हैं. यह गौरव बीजेपी के किसी भी मुख्यमंत्रियों को नसीब नहीं होगा.

तेजस्वी यादव ने भी पटना में राजद नेताओं संग की बैठक 

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं की बैठक ली. बैठक में सभी विधायक, पूर्व विधायक, मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि चुनाव के लिए तैयार रहें और बूथ लेवल पर तैयारी अभी से शुरू कर हैं. जिला स्तरीय कार्यक्रम करने का भी निर्देश दिया गया है, जिसमें तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे. विधायक सुधाकर सिंह ने बताया, बैठक में सभी लोगों को निर्देश दिया गया है कि चुनाव के लिए तैयार रहें. चुनाव किसी भी समय हो सकता है. राजद पूरी तरह से तैयार है. इंडिया गठबंधन के बैनर चले हम लोग चुनाव लड़ेंगे.

Trending news