Garhwa News: गढ़वा में जंगली हाथियों का आतंक, 10 एकड़ धान की फसल को रौंदा, आधा दर्जन लोगों के घर को किया ध्वस्त
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Garhwa News: गढ़वा में जंगली हाथियों का आतंक, 10 एकड़ धान की फसल को रौंदा, आधा दर्जन लोगों के घर को किया ध्वस्त

Jharkhand News: गढ़वा जिले के चिनियां प्रखंड के वन क्षेत्र में जंगली हाथियों का लगातर आतंक जारी है. वन क्षेत्र के बेता,रानीचेरी, चिरका और राजबांस गांव में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाया है. हाथियों ने लगभग आधा दर्जन लोगों के घर को ध्वस्त कर दिया है. कई एकड़ में लगी फसलों को भी हाथियों ने नष्ट कर दिया है. हाथियों के इस आतंक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है, दर्जनों की संख्या में हैं ये हाथी. वहीं, विभाग ने इस एरिया को रेड अलर्ट घोषित कर रखा है.

गढ़वा में जंगली हाथियों का आतंक, 10 एकड़ धान की फसल को रौंदा, आधा दर्जन लोगों के घर को किया ध्वस्त

Wild Elephant Terror In Garhwa: झारखंड के गढ़वा जिले के चिनिया थाना क्षेत्र में लगातार जंगली हाथियों का आतंक जारी है. इन जंगली हाथियों ने प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न गांव में दर्जनों किसानों के धान, मकई, बादाम सहित सैकड़ों एकड़ में लगे फसल को बर्बाद कर दिया है. चिरका गांव के जिन किसानों के फसल और घर को जंगली हाथियों ने बर्बाद किया है. वो चिरका गांव के टोला कोल्हुवा निवासी ललिता कुंवर, रामजनम राम और क्यामुद्दीन अंसारी के खपरैल घर को तोड़ दिया साथ ही जंगली हाथियों ने लगभग 10 एकड़ धान फसल को भी रौद दिया है. 

वहीं, दूसरे गांव बिलैतीखैर गांव के विजय सिंह, हलखोरी सिंह, मुनरिक सिंह, नेमा सिंह, शिवनाथ सिंह के मकई धान को हाथियों ने रौद दिया है. इसके साथ ही बेता गांव के कुम्भियाखाड टोले के चितामन सिंह, हीरामन सिंह, उमाशंकर सिंह, नरेंद्र रवि, दीपक रवि, रमेश राम, कमलेश राम, श्याम सुंदर सिंह, पीतांबर सिंह के कई एकड़ में लगे धान के फसल को जंगली हाथियों ने पूरे तरह से रौंद कर बर्बाद कर दिया है.

ग्रामीणों ने बताया कि जंगली हाथियों की संख्या लगभग चार दर्जन है, जो विभिन्न समूह में बंटकर विभिन्न गांव में जाकर किसानों के लगे धान एवं मकई के फसलों को खा रहे हैं. तथा बर्बाद कर रहे हैं आपको बता दें कि पिछले 2 वर्ष से क्षेत्र में जंगली हाथियों के आतंक से किसान काफी परेशान हैं. किसान बहुत मेहनत से खेती करते हैं और हाथी आते हैं और सभी फसलों को बर्बाद कर देते हैं. 

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जिससे किसानों की कमर टूट जाती है. फसल किसान के लिए रोजी रोटी के साथ उसके बच्चे के समान होता है. जिसे वो बड़ी मेहनत और प्यार से हर दिन सींचता है. उधर विभाग जंगली हाथियों को क्षेत्र से भगाने में अभी तक असफल रही है. ग्रामीण लगातार मांग कर रहे हैं कि क्षेत्र से जंगली हाथियों को भगाया जाए, अन्यथा अंत में धरना प्रदर्शन होगा. वहीं, क्षेत्र के निवासी काफी दहशत में है. जंगली क्षेत्र में लोग शाम होते ही कहीं आने-जाने से डर रहे हैं. वहीं, जंगल किनारे वाले कई किसान तो अपना खेती करना छोड़ दिए हैं. तथा ग्रामीण क्षेत्र के जंगल क्षेत्र वाले ग्रामीण रात को अपने घर छोड़कर बस्ती में आकर सो रहे हैं और रतजगा कर रहे हैं.

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उधर वन विभाग के वनरक्षी सहित विभिन्न कर्मचारी के हड़ताल होने के कारण जंगली हाथियों पर कोई पहल करने वाला भी नहीं है. तथा किसानों के हुई फसलों के बर्बाद को आकलन करने वाला भी कोई नहीं है जिससे किसान काफी आहत हैं. वहीं, विभाग ने इस एरिया को रेड एलर्ट घोषित कर रखा है.

इनपुट - आशीष प्रकाश राजा

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