Garhwa News: नक्सल अभियान की समीक्षा और जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए आईजी समेत अधिकारी बूढापहाड़ पहूंचे थे. अब इस इलाके में नया पुलिस थाना खोला जाएगा.
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Garhwa News: झारखंड के गढ़वा जिले के बुढ़ा पहाड़ को ज़ब से भाकपा माओवादियों से आजाद कराया गया है तब से लगातर इस क्षेत्र मे अधिकारियों का दौरा लगा रहता है बुढ़ा पहाड़ को और मजबूत-सुरक्षित करने को लेकर पलामू आईजी राज कुमार लकड़ा और एसपी दीपक पाण्डेय ने बुढ़ा पहाड़ का निरिक्षण किया. अब बुढ़ा पहाड़ के नजदीक झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर इलाके में नया थाना खोला जाएगा. बूढ़ा पहाड़ से सटे बड़गड़ के इलाके में यह थाना खोले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा ने गुरुवार को बूढापहाड़ और इलाके में जॉइंट टास्क फोर्स का जायजा लिया. इस दौरान गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय भी मौजूद थे. दरअसल, नक्सल अभियान की समीक्षा और जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए आईजी समेत अधिकारी बूढापहाड़ पहूंचे थे. सबसे पहले आईजी बूढा पहाड़ गए थे वहां जवान और स्थानीय बच्चों से बातचीत किया. उसके बाद आईजी छत्तीसगढ़ के पुंदाग स्थित सीआरपीएफ कैम्प गए थे. पुंदाग में झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीआरपीएफ की कंपनी तैनात है.
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बूढा पहाड़ के पुंदाग पिकेट को जॉइंट टास्क फोर्स बनाया गया है, जंहा से छत्तीसगढ़ और झारखंड के इलाके में अभियान चलाया जाता है. पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि बूढा पहाड़ के इलाके में थाना बनाए जाने का प्रस्ताव है. बड़गड के इलाके थाना बनाया जाएगा, सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. आईजी ने बताया कि बूढापहाड़ के इलाके की माहौल बदल रही है, अब बच्चे भी बूढा पहाड़ पर पढ़ाई करने लगे है. बूढा पहाड़ के लिए प्रोजेक्ट की घोषणा की गई है, ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है.
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गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में काफी बदलाव होने वाला है. लोगों के परेशानी को दूर किया जा रहा है. दरसअल, बूढा पहाड़ और उसके आस पास एक दर्जन के करीब सुरक्षाबलों के कैम्प स्थापित किए गए है. बूढा पहाड़ माओवादियों का ट्रेनिंग कैम्प हुआ करता था. अगस्त सितंबर 2022 से इलाके में माओवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया था. सुरक्षाबलों के अभियान के बाद माओवादियों को इलाके को छोड़कर भागना पड़ा. सुरक्षाबलों का बूढा पहाड़ पर कब्जा हो गया है.
रिपोर्ट: आशीष प्रकाश राजा