बिरसा महाविद्यालय में संवेदक के द्वारा सोलर लाइट लगाने का कार्य किया जा रहा था. जिसके बीच में ही अधूरा छोड़ दिया है. जिसके कारण महाविद्यालय के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसे जनवरी तक पूरा किया जाना था.
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Khunti: झारखंड सरकार के द्वारा राज्य के अलग अलग इलाकों में सोलर पैनल योजना के तहत सोलर लाइट लगाई जा रही है. सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, लेकिन वहीं दूसरी ओर यह योजनाएं लोगों तक नहीं पहुंच रही है. बिरसा महाविद्यालय में संवेदन द्वारा लगाया जा रहा सोलर लाइट सिस्टम का काम अभी तक अधूरा है. जिसके कारण महाविद्यालय के लोग इस योजना के लाभ से वंचित हैं.
8 महीने बाद भी काम अधूरा
दरअसल, विकास योजनाओं के तहत सरकार ने नई सौर ऊर्जा नीति लांच की थी. जिसके तहत साल 2027 तक 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसका मकसद है राज्य के हर घर में सभी लोगों तक बिजली पहुंचाई जा सके. वहीं, झारखंड के बिरसा महाविद्यालय में संवेदक के द्वारा सोलर लाइट लगाने का कार्य किया जा रहा था. जिसके बीच में ही अधूरा छोड़ दिया है. जिसके कारण महाविद्यालय के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जानकारी के मुताबिक यह काम जनवरी तक पूरा किया जाना था. लेकिन साल 2022 के 8 महीने बीत चुके हैं और सोलर लाइट का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है.
वहीं, काम पूरा नहीं होने के बाद भी जिलाधिकारी ने इसपर कोई कार्रवाई नहीं की है. जिसके कारण सरकार की चलाई जा रही विकास योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं.
जनवरी में होना था पूरा
बिरसा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ जे किड़ो ने बताया कि सोलर सिस्टम का काम जनवरी तक पूरा किया जाना था. लेकिन अभी तक संवेदक द्वारा कार्य पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा यदि इसका काम समय से पूरा होता है तो 30 केवी की उर्जा देनेवाला सोलर सिस्टम से सभी कमरों में अंधकार से छुटकारा मिल पाएगा. इसके अलावा बिजली की खपत और बिल से भी निजात मिलेगा. लेकिन इसके लाभ से महाविद्यालय अभी तक वंचित है.
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