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खूंटी : झारखंड की राजधानी रांची से सटे खूंटी जिले के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर की महिमा इलाके में चारों तरफ पैली है. सावन की शुरुआत के साथ यहां बाबा के भक्तों का तांता लग जाता है. ऐसे में यहां कांवड़िये जल लेकर बाबा का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं.
रविवार को किया गया बाबा आम्रेश्वर भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार
कोरोना की वजह से दो साल से यहां कांवड़िये और बाबा के भक्त बाबा के दरबार में हाजरी नहीं लगा पा रहे थे. ऐसे में इस बार शिवभक्त बड़ी तादाद में बाबा आम्रेश्वर के दरबार में पहुंच रहे हैं. बाबा के दरबार में सावन के दोनों सोमवार को शिवभक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था. ऐसे में बाबा आम्रेश्वर धाम में श्रावणी मेले के तीसरे रविवार को देर शाम बाबा आम्रेश्वर भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार पूजा किया गया. इसके पूर्व प्रांगण को आकर्षक ढंग से सजाया गया.
दो साल से बाब के भक्त नहीं कर पा रहे थे बाबा के दर्शन
जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की मदद से पुजारी भक्त सुलभता पूर्वक पूजा अर्चना करने लगे हैं. वहीं बाबा के गर्भगृह को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. सभी मंदिरों में लाइट लगाए गए हैं. साथ ही गर्भगृह के बाहर बड़ा स्क्रीन लगाया गया है. जहां से बाबा के गर्मगृह का दर्शन किया जा सकता है. बाबा आम्रेश्वर धाम में महामंत्री मनोज कुमार, उपाध्यक्ष रमेश मांझी, कोषाध्यक्ष संतोष पोद्दार सहित समिति के सभी लोगों द्वारा योगदान दिया जा रहा है.
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खूंटी डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि 2 वर्षों के बाद बाबा आम्रेश्वर धाम में मेला लग रहा है. इसको देखते हुए भी श्रद्धालु काफी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं. इसलिए पूरे क्षेत्र को पुलिसबलों और एसआईआरबी-2 से सुरक्षित किया गया है और दिन रात पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ता पूर्वक रखने के साथ-साथ लोगों को सुविधा कैसे हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
कहां है ओमेश्वर धाम और क्या है इनकी महिमा
बता दें कि बाबा आम्रेश्वर धाम रांची से करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर खूंटी-तोरपा मुख्य पथ पर अवस्थित है. यहां सालों भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन सावन के पावन महीने में यहां जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. आम्रेश्वर धाम में बाबा का स्वयंभू शिवलिंग है और यह प्राचीन कालीन शिवलिंगों में से एक है. इस धाम का नाम जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने आम्रेश्वर धाम रखा था. बता दें कि आम के पेड़ के नीचे होने के कारण उन्होंने इस स्थल का नामकरण आम्रेश्वर धाम किया गया. इसे झारखंड का मिनी बाबा धाम कहा जाता है. आम्रेश्वर धाम परिसर में माता दुर्गा का भी भव्य मंदिर है इसके साथ इसमें आठ मंदिर अवस्थित हैं.