रांची में सियासी बयानबाजी तेज, निर्वाचन आयोग ने राजभवन से नहीं मांगा सेकेंड ओपियनियन
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रांची में सियासी बयानबाजी तेज, निर्वाचन आयोग ने राजभवन से नहीं मांगा सेकेंड ओपियनियन

जेएमएम महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि इस तरह की बातें अगर राज भवन के माध्यम से और वो भी राज्यपाल के द्वारा बोली जाती है, तो राज्य की जनता उनकी बातो पर विश्वास करती है. जिस तरह से निर्वाचन आयोग के द्वारा स्थति स्पष्ट की गई राज्य में एक भ्रम की स्थति पैदा हो गई है. 

रांची में सियासी बयानबाजी तेज, निर्वाचन आयोग ने राजभवन से नहीं मांगा सेकेंड ओपियनियन

रांची : निर्वाचन आयोग की तरफ से जो जानकारी निकल कर सामने आई है उसके मुताबिक झारखंड के राज्यपाल ने सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के मामले में कोई सेकेंड ओपिनियन नहीं मांगा है. इसके बाद से एक बार फिर सियासी बनयानबाजी तेज हो गई है. 

क्या है मामला 
इस मामले में बीजेपी की तरफ से सीएम से जुड़े मामले पर राज्यपाल से शिकायत किया गया था, जिसके बाद राज्यपाल ने पूरे मामले को निर्वाचन आयोग को भेजा था. निर्वाचन आयोग ने इस पर अपना मंतव्य पहले ही राजभवन को भेजा था अब तक राजभवन की तरफ से इस पर तस्वीर साफ नहीं हुई है, हाल ही में रायपुर में राज्यपाल ने बयान दिया था इस मामले में निर्वाचन आयोग से सेकेंड ओपिनियन मांगा गया है. उसके बाद से सूबे में सियासी गहमागहमी बढ़ गई थी. सीएम के अधिवक्ता ने निर्वाचन आयोग से पत्र लिख कर पूरे मामले में तस्वीर साफ करने की मांग की थी.

जेएमएम महासचिव बोले- राज्य की जनता उन पर करती है विश्वास
जेएमएम महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि इस तरह की बातें अगर राज भवन के माध्यम से और वो भी राज्यपाल के द्वारा बोली जाती है, तो राज्य की जनता उनकी बातो पर विश्वास करती है. जिस तरह से निर्वाचन आयोग के द्वारा स्थति स्पष्ट की गई राज्य में एक भ्रम की स्थति पैदा हो गई है. इस स्थति से सब मिल कर ही निपट सकते हैं. एक तरफ सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सीएम को क्लीन चिट दिया जाता है दूसरी तरफ राजभवन और बीजेपी के द्वारा भ्रम पैदा किया जा रहा है. राज्य में के हित में नहीं राज्यपाल से आग्रह है जो स्थिति पैदा हुई है इसको दूर करने काम करें ,ताकि भ्रम के हालत दूर हो. आलमगीर आलम ने कहा कि आज साफ हो गया है दूसरा ओपिनियन नहीं मांगा गया है. मुझे लगता है बीजेपी राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए ये सब हथकंडा अपना रही है. सत्ता के बैगर बीजेपी नहीं रह सकती, इस बार सत्ता नहीं मिली तो बीजेपी घबराई हुई है.

झारखंड के भ्रष्टाचार को देख रही पूरी दुनिया   
बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि राजभवन पर सवाल उठाने का क्या मतलब है. बीजेपी का कोई लेना देना नहीं ,राजभवन अपना काम करता है. हम राजनीतिक पार्टी के लोग अपना काम करते हैं. निर्वाचन आयोग ने राजभवन को जो चिट्ठी भेजी वो तो राजभवन बताएगा पर ये न समझें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से सीएम का कुनबा पाक साफ हो गया है. एक हजार करोड़ का घोटाला है, इसमें कई लोग जेल में हैं. ईडी करवाई कर रही है. ईडी जहां रेड कर रही है वहां से करोड़ों रुपये बरामद हो रहे है. झारखंड में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसे पूरी दुनिया देख रही है.

इनपुट- कुमार चंद

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