ट्रेन जैसे ही बिना इंजन के चलने लगी, वहां हड़कंप मच गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि, इस मामले में बरहरवा रेल प्रशासन चुप्पी साधे हुए है.
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Jharkhand News: क्या आपने कभी देखा या सुना है कि कोई ट्रेन बिना इंजन और लोको पायलट (Jharkhand Railway News) के ही अचानक चल पड़े? सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा कि ऐसा ही चौंकाने वाला मामला झारखंड के साहेबगंज में सामने आया है. यहां एक-दो नहीं बल्कि पूरी 4 बोगियां बिना इंजन के पटरियों पर दौड़ने लगीं. ट्रेन जैसे ही बिना इंजन के चलने लगी, वहां हड़कंप मच गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि, इस मामले में बरहरवा रेल प्रशासन चुप्पी साधे हुए है. कुछ भी बताने से बच रहे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहाड़ साइड में रेलवे यार्ड में एक ट्रेन का रैक खड़ा था. जिसमे कोई इंजन नही था. यह रैक एकाएक धीरे धीरे लुढ़कने लगा और यह लुढ़कते हुए तकरीबन 200 मीटर तक चलते हुए स्टेशन के प्लेटफार्म तक पहुंच गया. यह तो अच्छा था कि उस समय कोई ट्रेन पटरी पर नहीं थी और ना ही बरहरवा राजमहल रोड में किसी प्रकार की ट्रैफिक नही थी. ऐसा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था. जिसकी पूरी जिम्मेदारी बरहरवा रेल प्रशासन और मालदा रेल मंडल की होती. रेलवे की ओर से अब पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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बीती 2 जून को ओडिशा के बालासोर में एक दुखद रेल दुर्घटना हुई थी. सीबीआई ने इस मामले में कथित गैर-इरादतन हत्या और सबूत नष्ट करने के सिलसिले में गिरफ्तार रेलवे के 3 अधिकारियों के खिलाफ शनिवार (2 सितंबर) को आरोप-पत्र दाखिल किया है. सीबीआई ने ओडिशा के बालासोर जिले में पदस्थ तीन वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर (सिग्नल) अरुण कुमार महंत, वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर आमिर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार को इस रेल हादसे की जांच के सिलसिले में सात जुलाई को गिरफ्तार किया था. दुर्घटना में 296 लोग मारे गए थे और 1,200 से अधिक घायल हुए