Bihar Politics: बीजेपी का साथ छोड़कर जेडीयू बिहार में अलग हो चुकी है. इसके बावजूद जेडीयू में अब भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. अब पार्टी नेता एक-दूसरे के खिलाफ आरोपों की बंदूक ताने घूम रहे हैं.
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Bihar Politics: जेडीयू ने बिहार में बीजेपी के साथ नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बना ली है. इसके बावजूद उसमें अंदरखाने अब भी सबकुछ ठीक नहीं हुआ है. पार्टी के नेता अब भी बीजेपी का साथ देने के लिए एक-दूसरे के लिए दोषारोपण करने में लगे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने गुरुवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के 4 नेताओं की गलत सलाह पर वर्ष 2017 में महागठबंधन छोड़कर एनडीए के साथ सरकार बनाई थी, जोकि बाद में बड़ी भूल साबित हुई.
'पार्टी के 4 नेताओं ने दी थी गलत सलाह'
ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'चार सलाहकारों में से एक संजय झा थे, जो अभी भी जद (यू) में हैं और मेरे साथ बैठे हैं. उन्होंने उस मौके पर मुख्यमंत्री को महागठबंधन छोड़कर राजग में शामिल होने की गलत सलाह दी थी.'
ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने कहा, "दूसरे नेता हरिवंश (हरिवंश नारायण सिंह) थे, जो वर्तमान में राज्यसभा के उपाध्यक्ष हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल होने की सलाह दी. हरिवंश जेडी-यू के एकमात्र नेता थे, जो बैठक में नहीं आए. जब मैंने उनसे फोन पर संपर्क किया, तो उन्होंने मुझे बताया कि नीतीश कुमार उन्हें सार्वजनिक जीवन में लाए थे और वे उनके फैसले का समर्थन करते हैं.'
'बीजेपी के एजेंट बने घूम रहे हैं आरसीपी सिंह'
ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने कहा, एक अन्य सलाहकार आर.सी.पी. सिंह थे जो वर्तमान में भाजपा के एजेंट के रूप में घूम रहे हैं. वह जद-यू के साथ रह रहे थे लेकिन काम बीजेपी के एजेंट के रूप में कर रहे थे. बीजेपी का एक प्रभारी नियमित रूप से उनके घर जाता था और उनसे नीतीश से मांग करने के लिए कहता था. यदि वे उम्मीदवार विधानसभा चुनाव जीत जाते हैं, तो वे आपके आदमी होंगे. चुनाव हारने पर नीतीश कुमार कमजोर हो जाते हैं. नीतीश कुमार ने इस शख्स (आरसीपी सिंह) पर आंख मूंदकर भरोसा किया और नीतीश कुमार की पीठ में छुरा घोंप दिया. अब, वह सार्वजनिक रूप से पार्टी नेता नीतीश कुमार को प्रवचन दे रहे हैं. आरसीपी सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे."
'चौथे नेता भारत के राष्ट्रपति के सलाहकार बनेंगे'
उन्होंने चौथे नेता का नाम नहीं लिया. हालांकि संकेत दिया कि वे भारत के राष्ट्रपति के सलाहकार बनेंगे. ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का भी बचाव किया. 'ललन सिंह ने कहा, तेजस्वी पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का कोई मतलब नहीं था, क्योंकि जांच एजेंसी द्वारा चार्जशीट दायर की गई थी लेकिन मुकदमा शुरू नहीं हुआ था.'
(एजेंसी इनपुट IANS)
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