Bhind News: आपको बता दें बीते कई दशकों तक चंबल का इलाका बीहड़, बागी, बंदूक, अपहरण और फिरौती के लिए के लिए बदनाम था, लेकिन 13 मार्च 2007 को भिंड मुरैना की सीमा पर बसे गांव गढ़ी बुधारा में आखिरी डकैत जगजीवन परिहार के खात्मे के साथ सब बदलने लगा था.
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Bhind Birthday new trend: चंबल के भिंड जिले में अवैध हथियारों से केक काटकर जन्मदिन मनाने का चलन जोर पकड़ता जा रहा है. इसी नवंबर महीने की 16 तारीख को गोहद थाना इलाके के पिपहांडी गांव के रहने वाले 19 वर्षीय प्रशांत पंडित ने गांव में मजमा लगा कर अपने साथियो की मौजूदगी में एक-दो नहीं बल्कि 10 केक एक लाइन में सजाकर अवैध पिस्टल से काटे और उनका वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपलोड करते हुए वायरल कर दिया था.
पांच दिन में दो बड़े मामले
जैसे ही अवैध पिस्टल से केक काटने का मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में आया तो उसने फौरन कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार रखने और दहशत फैलाने के आरोप में प्रशांत पंडित को अवैध पिस्टल व जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार करते हुए सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. इससे पांच दिन पहले ही बरोही थाना इलाके के गोना गांव के सरपंच राजू सिंह द्वारा अपने जन्मदिन के अवसर पर कट्टे से केक काटकर सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर लाइव प्रसारण किया था. जिसकी जानकारी लगते ही पुलिस ने आरोपी सरपंच और उसके तीन अन्य साथियों को हथियार समेत गिरफ्तार कर कार्रवाई पूरी की थी.
हथियार रखना स्टेटस सिंबल
आपको बता दें बीते कई दशकों तक चंबल का इलाका बीहड़, बागी, बंदूक, अपहरण और फिरौती के लिए के लिए बदनाम था, लेकिन 13 मार्च 2007 को भिंड मुरैना की सीमा पर बसे गांव गढ़ी बुधारा में आखिरी डकैत जगजीवन परिहार के खात्मे के साथ सब बदलने लगा था. लेकिन अब हाल ही में शुरु हुए इस अवैध हथियार रखने के ट्रेंड और हथियारों का सार्वजनिक प्रदर्शन करते हुए क्षेत्र में दबंगई दिखाने और दहशत फैलाने के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर चंबल और भिंड जिले की बीहड़ बागी और बंदूक वाली मानसिकता की यादें ताजा कर दी हैं.
(इनपुट: प्रदीप शर्मा)
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