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नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा संगठन यानी बीएसएफ (BSF) हमेशा से स्थानीय लोगों की मददगार रही है. ताजा मामले में सीमा चौकी महेंद्रा के चौकी प्रभारी को ये खबर मिली थी कि गांव पीपुल बेरिया की निवासी महिला सारथी सरदार जिनके पति का नाम बिकाश सरदार है वो प्रसव पीड़ा से तड़प रहीं है. वहीं उनके घर में कोई अन्य पुरुष सदस्य भी मौजूद नहीं है. जिसके बाद चौकी प्रभारी ने बिना देर किए एक गाड़ी अपने नर्सिंग असिस्टेंट और महिला प्रहरी के साथ सारथी के घर रवाना की.
सारथी के घर पहुंची BSF की छोटी टीम फौरन गर्भवती महिला को उसकी मां मुक्ति सरदार और एक अन्य महिला के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगुला ले गई. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने प्राथमिक जांच के बाद उसे भर्ती कर लिया. बीएसएफ के इस नेक काम की अब चारों ओर तारीफ हो रही है.
वहीं गर्भवती महिला की मां मुक्ति सरदार ने सीमा सुरक्षा बल के सहयोग के लिए उनका हार्दिक आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि बीएसएफ हमेशा जरूरतमंद लोगों की सहायता करती है.
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08 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर मधुसूदन राव (Commanding Officer Madhusudan Rao) ने कहा, ' BSF के जवान आंधी हो या तूफान, दिन हो या फिर रात हमेशा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मुस्तैदी से डटकर ड्यूटी करते हैं. जवान स्थानीय लोगों की मदद के लिए भी तैयार रहते हैं जिसके चलते सीमा सुरक्षा बल और सीमा वासियों के बीच आपसी सम्बन्ध हमेशा मजबूत और प्रेमपूर्वक रहते हैं.
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