Budget 2022: राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने सरकार पर साधा निशाना, कही ये बड़ी बात
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Budget 2022: राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने सरकार पर साधा निशाना, कही ये बड़ी बात

Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने आज लोक सभा में आम बजट पेश किया. इसी को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेता केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं और बजट की कमियां बता रहे हैं.

राहुल गांधी (फाइल फोटो) | साभार- पीटीआई.

नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया है कि साल 2022-23 के लिए पेश आम बजट में वेतनभोगी वर्ग, मध्यम वर्ग, गरीबों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बजट 2022 (Budget 2022) को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार दिया है. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने लोक सभा में आज (मंगलवार को) वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया.

  1. बजट में युवाओं और किसानों के लिए कुछ नहीं- राहुल गांधी
  2. इस बार का बजट पेगासस स्पिन बजट है- ममता बनर्जी
  3. बजट अमीरों के लिए बनाया गया- सीताराम येचुरी

मोदी सरकार के बजट में कुछ नहीं है!

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार के बजट में कुछ नहीं है. मध्यम वर्ग, वेतनभोगी वर्ग, गरीब और वंचित वर्ग, युवाओं, किसानों और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं है.’

ममता बनर्जी ने लगाया ये आरोप

वहीं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है. बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है. पेगासस स्पिन बजट है.’

हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं!

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि बजट से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग की परवाह नहीं करते. उन्होंने ट्वीट किया, ‘हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं. किसानों, मध्यम वर्ग, दिहाड़ी मजदूरों, बेरोजगारों की प्रधानमंत्री परवाह नहीं करते.'

बजट किसके लिए है?

इसके अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने आरोप लगाया कि मनरेगा के बजट में भी बढ़ोतरी नहीं हुई, जो युवाओं की जीविका पर ‘आपराधिक प्रहार’ है. सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘बजट किसके लिए है? सबसे अमीर 10 प्रतिशत भारतीय देश की कुल संपत्ति के 75 प्रतिशत के स्वामी हैं. नीचे के 60 प्रतिशत लोग सिर्फ पांच प्रतिशत संपत्ति के मालिक हैं. महामारी के दौरान सबसे अधिक मुनाफा कमाने वालों पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया गया?’

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