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नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया है कि साल 2022-23 के लिए पेश आम बजट में वेतनभोगी वर्ग, मध्यम वर्ग, गरीबों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बजट 2022 (Budget 2022) को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार दिया है. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने लोक सभा में आज (मंगलवार को) वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार के बजट में कुछ नहीं है. मध्यम वर्ग, वेतनभोगी वर्ग, गरीब और वंचित वर्ग, युवाओं, किसानों और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं है.’
M0di G0vernment’s Zer0 Sum Budget!
Nothing for
- Salaried class
- Middle class
- The poor & deprived
- Youth
- Farmers
- MSMEs— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2022
वहीं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है. बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है. पेगासस स्पिन बजट है.’
BUDGET HAS ZERO FOR COMMON PEOPLE, WHO ARE GETTING CRUSHED BY UNEMPLOYMENT & INFLATION. GOVT IS LOST IN BIG WORDS SIGNIFYING NOTHING - A PEGASUS SPIN BUDGET
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 1, 2022
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि बजट से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग की परवाह नहीं करते. उन्होंने ट्वीट किया, ‘हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं. किसानों, मध्यम वर्ग, दिहाड़ी मजदूरों, बेरोजगारों की प्रधानमंत्री परवाह नहीं करते.'
Diamonds are this government’s best friend.
For the rest— farmers, middle class, daily earners, unemployed— this is a PM (Does Not) Care #Budget2022
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) February 1, 2022
इसके अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने आरोप लगाया कि मनरेगा के बजट में भी बढ़ोतरी नहीं हुई, जो युवाओं की जीविका पर ‘आपराधिक प्रहार’ है. सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘बजट किसके लिए है? सबसे अमीर 10 प्रतिशत भारतीय देश की कुल संपत्ति के 75 प्रतिशत के स्वामी हैं. नीचे के 60 प्रतिशत लोग सिर्फ पांच प्रतिशत संपत्ति के मालिक हैं. महामारी के दौरान सबसे अधिक मुनाफा कमाने वालों पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया गया?’
Budget for whom?
The richest 10% Indians owns 75% of the country's wealth.
Bottom 60% own less than 5%.
Why are those who amassed super profits during the pandemic, while joblessness, poverty & hunger have grown, not being taxed more?#Budget2022— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 1, 2022