डिजाइनर पत्रकारों के लिए फूल, ZEE NEWS के पत्रकारों पर हमला क्यों?
Advertisement

डिजाइनर पत्रकारों के लिए फूल, ZEE NEWS के पत्रकारों पर हमला क्यों?

शाहीन बाग पर ZEE NEWS के सच से बौखलाए नागरिकता कानून के विरोधी प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के सुखदेव विहार में ज़ी न्यूज़ की टीम पर हमला कर दिया. 

ZEE NEWS के सवाल प्रदर्शनकारियों को रास नहीं आए.

नई दिल्ली: शाहीन बाग पर ZEE NEWS के सच से बौखलाए नागरिकता कानून के विरोधी प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के सुखदेव विहार में ज़ी न्यूज़ की टीम पर हमला कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने ज़ी न्यूज़ संवददाता जीतेंद्र शर्मा और नीरज गौड़ से मारपीट की. प्रदर्शनकारियों ने कैमरा भी तोड़ दिया. कैमरामैन कमर ख़ान और विनायक पर भी हमला किया. ज़ी न्यूज़ के संवाददाता प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश कर रहे थे. 

इन तस्वीरों को देखकर साफ है कि ZEE NEWS के सवाल प्रदर्शनकारियों को रास नहीं आए. आजादी का रोना रोने वाले प्रदर्शनकारियों से अगर कोई सवाल पूछ लिया जाए तो इनका धैर्य जवाब दे जाता है. प्रदर्शनकारियों को लगता है कि उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी. 

जब ज़ी न्यूज़ के पत्रकारों ने पूछा कि आखिर आप लोग क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं? आपके इस प्रदर्शन से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लोग पिछले डेढ़ माह से जाम से जूझ रहे हैं, तो प्रदर्शनकारी सवालों का जवाब देने के बजाय गुंडागर्दी पर उतर आए. ज़ी न्यूज की टीम के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. वीडियो फुटेज हटवाने के लिए जोर देने लगे. जब कैमरामैन ने इनकार कर दिया तो मारपीट की. 

VIDEO भी देखें:

दरअसल, प्रदर्शनकारियों को वही सवाल पसंद आते हैं, जो उनके मुताबिक हों. ज़ी न्यूज दिल्ली की आम जनता की परेशानी से जुड़े सवाल पूछता हैं तो उन्हें बुरा लगता है. प्रदर्शनकारी नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर खुलेआम गुंडागर्दी करते हैं. सवाल यही है कि डिजाइनर पत्रकारों के लिए फूल तो ZEE NEWS के पत्रकारों पर हमला क्यों?, डिजाइनर पत्रकारों के लिए मंच तो ज़ी न्यूज के पत्रकारों के लिए 'गो बैक' क्यों? सवाल यह भी है टुकड़े-टुकड़े गैंग को राष्ट्रवाद से डर क्यों लगता है?

Trending news