CBI ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को 50 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार किया
Advertisement
trendingNow1295801

CBI ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को 50 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार किया

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। राजेंद्र कुमार पर भ्रष्‍टाचार का आरोप है। सीबीआई की टीम ने सोमवार को राजेंद्र कुमार के घर और दफ्तर में छापेमारी की, जिसके बाद उनकी गिफ्तारी की गई। राजेंद्र कुमार के अलावा CBI ने तरुण शर्मा, संदीप कुमार, दिनेश गुप्‍ता, अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया है। जांच में 50 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई है। घोटाले में राजेंद्र कुमार को मुख्‍य सूत्रधार बताया जा रहा है।

 

CBI ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को 50 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार किया

नई दिल्ली: दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। राजेंद्र कुमार पर भ्रष्‍टाचार का आरोप है। सीबीआई की टीम ने सोमवार को राजेंद्र कुमार के घर और दफ्तर में छापेमारी की, जिसके बाद उनकी गिफ्तारी की गई। राजेंद्र कुमार के अलावा सीबीआई ने तरुण शर्मा, संदीप कुमार, दिनेश गुप्‍ता, अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया है। जांच में 50 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई है। घोटाले में राजेंद्र कुमार को मुख्‍य सूत्रधार बताया जा रहा है।

राजेंद्र कुमार केंद्र शासित प्रदेश के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें आज सुबह केजरीवाल के कार्यालय के उप सचिव तरूण शर्मा और तीन अन्य लोगों के साथ पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया था। आधे दिन तक पूछताछ किए जाने के बाद सीबीआई ने कुमार के एक करीबी सहयोगी अशोक कुमार तथा एक निजी कंपनी के मालिकों संदीप कुमार और दिनेश गुप्ता के साथ दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने का फैसला किया।

सीबीआई ने कुमार और अन्य के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में एक मामला दर्ज करते हुए आरोप लगाया था कि अधिकारी ने पिछले कुछ बरसों में दिल्ली सरकार के विभागों की निविदा दिलाने में एक खास कंपनी की मदद करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरूपयोग किया है।

सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) 13 (1) (डी) के तहत आरोप लगाए थे। पांच निविदाएं प्राप्त करने के लिए निजी कंपनी इंडीवर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का कथित तौर पर समर्थन करने के चलते ये आरोप लगाए गए थे। सीबीआई ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने एक आपराधिक साजिश रची और साल 2007 से 2015 के बीच ठेके दिलाकर दिल्ली सरकार को 12 करोड़ रूपये का चूना लगाया।

जांच एजेंसी ने दावा किया है कि अधिकारियों ने तीन ठेका देते समय तीन करोड़ रूपये का अनुचित फायदा लिया।सीबीआई ने आज दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ नौकरशाह सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दिल्ली सरकार का एक अन्य अधिकारी, दिल्ली आधारित एक निजी कंपनी के दो निदेशक और एक व्यक्ति शामिल है।

सीबीआई के मुख्य सूचना अधिकारी आरके गौड़ ने बताया कि वरिष्ठ नौकरशाह और अन्य पर रिश्वत और आधिकारिक पद के दुरूपयोग तथा दिल्ली सरकार के ठेके दिलाने में दिल्ली की एक कंपनी का समर्थन करने के आरोप हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

आप ने बताया बदले की कार्रवाई

इस गिरफ्तारी पर दिल्‍ली उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों के जरिए दिल्‍ली सरकार को अपाहिज करने की साजिश रची जा रही है। केंद्र सरकार खास मकसद के तहत अफसरों का तबादला कर रही है, जहां अफसरों की जरूरत भी नहीं है वहां वे अपनी पसंद के अधिकारी भेज रहे हैं।

भाजपा दिल्‍ली में हार का बदला यहां की जनता से ले रही है। उन्‍होंने कहा कि राजेंद्र कुमार को गिरफ्तार करने के पीछे मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को परेशान करने की तैयारी है। विरोधी इस बात से डर गए हैं कि आम आदमी पार्टी पंजाब में जीत दर्ज करने वाली है।

गौरतलब है कि राजेन्द्र कुमार दिल्ली सरकार में परिवहन और माध्यमिक शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग में रह चुके हैं। अरविंद के केजरीवाल के सबसे प्रिय नौकरशाह कहे जाने वाले राजेन्द्र कुमार मूलत: बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले हैं। 48 साल के राजेन्द्र कुमार दिल्ली आईआईटी से बीटेक हैं।

Trending news